(ऑनलाइन गेम के चक्कर मे पिता के खाते से करीब दो लाख उड़ाया)
नाबालिग बेटे ने पहले 1.70 लाख उड़ाए,पुनः 27 हजार किया पार
(
शिवशंकर पाण्डेय जिला ब्यूरो)
बालाघाट। बच्चों में गेम खेलने का चस्का इतना ज्यादा हो गया है कि नाबालिग बच्चे तक चोरी करने जैसा जुर्म भी करने लगे है।प्राप्त जानकारी अनुसार आनलाइन गेम फ्री फायर खेलने के लिए अपने पिता के बैंक अकाउंट से एक लाख सत्तर हजार निकालने वाले दस वर्षीय बेटे ने लाख समझाईस के बाद एक बार पुनः अपने पिता के बैंक खाते से 27 हजार रुपए गायब कर दिए है। इससे पहले करीब एक महीने पहले नाबालिग पुत्र ने लाखों उड़ाकर सुर्खियां बटोर चुका है जिसका मामला पुलिस तक पहुंच गया था चूंकि शिकायत कर्ता का बेटा होने के चलते इस पर कोई मामला दर्ज नही हुआ था,केवल समझाईस देकर बच्चे को छोड़ दिया गया था।लेकिन एक बार पुनः बच्चे ने वही कारनामा कर दिखाया।यह मामला कोतवाली स्थित साइबर नोडल थाने पहुंचा, जहां पीड़ित पिता सुरभि नगर निवासी किशोर कुमार ने दोबारा अकाउंट से पैसे गायब होने की जानकारी दी। साइबर नोडल थाने में पदस्थ चांदनी शांडिल्य, मेघा तिवारी व टीम ने बैंक स्टेटमेंट, मोबाइल देखने पर बताया गया कि उक्त पैसे दोबारा उन्हीं के बेटे द्वारा फ्री फायर गेम के लिए आईडी तथा फायर इक्विपमेंट खरीदने के नाम पर खर्च किए हैं। उन्होंने बताया कि बेटे ने महीनेभर में छह से सात बार चार-चार हजार रुपये के ट्रांजेक्शन किए है। जिसे आनलाइन गेम फ्री फायर के डायमंड बंडल,फायर इक्विपमेंट, ड्रेस, कवर, अलग-अलग प्रकार की गन खरीदे थे। इस बार भी पिता द्वारा रिपोर्ट नहीं कराने पर पुलिस ने पिता और बेटे को समझाइस देकर छोड़ दिया है।
साइबर नोडल थाना से मिली जानकारी के अनुसार बेटे ने अलग-अलग समय पर पिता के बैंक अकाउंट से फोन पे तथा गूगल पे से यूपीआई पिन के जरिए ट्रांजेक्शन किए थे। बैंक डिटेल के अनुसार बेटे ने 298 रुपए का मोबाइल नंबर पर रिचार्ज भी कराया था। शेष राशि सिर्फ आनलाइन गेम फ्री फायर के इक्विपमेंट तथा एसेसरीज खरीदने में ही खर्च कर दिए। शुरुआत में पैसे गायब होने पर परिजनों ने बेटे से पैसे निकालने की बात पूछी तो उसने इंकार कर दिया लेकिन नोडल थाना टीम द्वारा छानबीन करने पर बेटे का राज खुल तथा उसने अपनी करतूत स्वीकार की।
इस मामले में थाना प्रभारी केएस गेहलोत ने बताया कि आनलाइन गेम के लिए दो साल तक अपने पिता के अकाउंट से एक लाख 70 हजार रुपये गायब करने के बाद पुलिस द्वारा समझाइस देने के बाद भी माह भर बाद फिर वही कार्य करना बेटे की आनलाइन गेम के प्रति बुरी लत को दर्शाता है। बेटे को ऐसा न करने की समझाइस देने के साथ पिता को कीपैड मोबाइल इस्तेमाल करने तथा सभी बैंक खाते होल्ड करने, बैंक से संपर्क कर सिर्फ चेक के माध्यम से लेन-देन करने करने की सलाह दी गई है। साथ ही ऐसे मामलों से सबक लेकर अन्य पालकों को सतर्क रहने की बात भी उन्होंने कही है।अब देखना यह होगा कि पिता पुत्र पर पुलिस की समझाईस का असर होता है कि बेटे के द्वारा पुनः पिता के बैंक एकाउंट से राशि उड़ाई जाएगी।
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.