आप पार्टी के दूसरे सीएम के रूप में भगवंत मान ने ली पंजाब सीएम की शपथ
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
खटकर कलां -अपनी कामेडी से लोगों के दिलों पर राज करने वाले भगवंत मान (48 वर्षीय) ने आज पंजाब के सत्रहवें मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली। वहीं कार्यकाल के हिसाब से वे पच्चीसवें मुख्यमंत्री बनें। शहीद भगत सिंह के गांव खटकर कलां में उन्हें पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी। भगवंत मान शहीद ए आजम भगत सिंह के जीवन से काफी प्रभावित हैं। वर्ष 2011में उन्होंने पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब से सियासी जीवन की शुरुआत की. इसकी घोषणा खटकर कलां से ही हुई थी। यहीं उन्होंने जीवन की पहला राजनीतिक भाषण दिया था। कॉमेडियन से लेकर पहली बार संगरूर सीट से सांसद चुने जाने पर भी वह यहां आये थे। शपथ के बाद मान ने इंकलाब जिंदाबाद का नारा लगाया। यहां मान ने अकेले ही शपथ ली , बाकी मंत्रियों को बाद में शपथ दिलायी जायेगी। शपथ ग्रहण के लिये खटकर कलां गांव में शहीद भगत सिंह मेमोरियल पर तीन मंच तैयार किये गये थे। पहले मंच पर भगवंत मान शपथ लिये , दूसरे मंच पर पंजाब के नये विधायक मौजूद रहे , वहीं तीसरा मंच दिल्ली से पहुंचे आप नेताओं के लिये तैयार किया गया था। इस समारोह में बड़ी संख्या में लोग बसंती पगड़ी बांधकर पहुंचे थे , समारोह स्थल पर सुरक्षा की पूरी तैयारी की गई थी। भगवंत मान के शपथ ग्रहण समारोह के लिये अमेरिका से उनकी बेटी सीरत कौर मान और बेटा दिलशान मान भी खटकड़ कलां पहुंचे थे। भगवंत मान का वर्ष 2015 में पत्नी इंद्रप्रीत कौर से तलाक हो गया था। सूत्रों के अनुसार इस कार्यक्रम में कोई भी पूर्व मुख्यमंत्री मौजूद नहीं था। बताते चलें भगवंत मान पंजाब के दूसरे सबसे युवा सीएम हैं , उनसे पहले प्रकाश बादल (43 वर्षीय) ने सीएम पद की शपथ ली थी। इस शपथ ग्रहण समारोह में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल समेत दिल्ली आप के तमाम मंत्री शामिल हुये। पीएम मोदी ने पंजाब के नये मुख्यमंत्री भगवंत मान को बधाई देते हुये कहा कि हम पंजाब के विकास और लोगों की भलाई के लिये साथ मिलकर काम करेंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद भगवंत मान ने अपने संबोधन में कहा पंजाब के कोने - कोने से आये लोगों का मैं अभिनंदन करता हूं , यहां आने के लिये मैं आप सभी को बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि यहां आने की एक खास वजह है। पहले शपथ ग्रहण राजमहलों में होते थे , अब शपथ ग्रहण समारोह शहीदों के गांव आया है। जिन्होंने हमें ये देश दिया उन्हें याद तो करें , केवल 23 मार्च और 28 सितंबर को थोड़ी याद करना है , वे हमारे दिल में बसे हैं और हमें हर रोज उनके बताये रास्तों पर चलना चाहिये। खटकड़ कला मेरे लिये कोई नया नहीं है। भगत सिंह ने जो लड़ाई लड़ी थी वही लड़ाई मेरी पार्टी भी लड़ रही है।
आपके प्यार का क़र्ज़ उतारने के लिये कई जन्म लेने पड़ेंगे। सीएम मान ने आम आदमी पार्टी के समर्थकों से जीत का शोर नहीं करने की अपील की। उनका कहना है कि लोकतंत्र में जनता नीचे गिराना जानती है। भगत सिंह को आजादी के बाद देश कैसा होगा ? उस बात की चिंता थी। हमें विदेश नहीं जाना है और भगत सिंह के सपनों को पूरा करना है। हम यहीं रहेंगे और बेरोजगारी , खेती , स्कूल , हॉस्पिटल पर काम करेंगे। इन सब समस्याओं का हल निकालेंगे। उन्होंने कहा हमें विरोधियों की निंदा नहीं करनी है , हमें उन लोगों का भी सम्मान करना होगा जिन्होंने हमें वोट नहीं दिया। हमें तो अब सिर्फ विकास का काम करना है , अहंकार नहीं। सीएम मान ने कहा कि बोरी को खोलने के लिये डोरी का सही सिरा नहीं मिले तो सब उलझ जाता है। लेकिन सही सिरा मिल जाये , तो बोरी खुलने में आधा सेकंड लगता है। हमें मिलकर इस उलझी हुई बोरी का सही सिरा ढूंढना है। अब यह बात सिलेबस में आयेगी कि कब पंजाब के लोगों ने बिना किसी लालच के वोट दिया था तो 20 फरवरी, 2022 की तारीख दर्ज होगी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि जैसे दिल्ली में लोग विदेशों से स्कूल देखने आते हैं , मोहल्ला क्लीनिक देखने आते हैं वैसे ही हम पंजाब में स्कूल और अस्पताल ऐसे बनायेंगे कि विदेशों से लोग यहां स्कूल और अस्पताल देखने आयेंगे। उन्होंने अपने भाषण में भगत सिंह के शब्दों को दोहराते हुये अपने शायराना अंदाज में कहा - "इश्क करना सबका पैदाइशी हक है , क्यों ना इस बार वतन की सरजमीं को महबूब बना लिया जाये।" सीएम मान ने कहा उनकी सरकार अब आज से ही पंजाब के विकास के लिये काम शुरू कर देगी , वे जल्द ही सारे वादे पूरे करेंगे। उन्होंने राज्य से नशा खत्म करने का वादा किया है। अपने संबोधन का समापन उन्होंने इस शेर से किया, ‘ हुकूमूत वे करते हैं जिनका दिलों पर राज होता है कहने को तो मुर्गे के सिर पर भी ताज होता है। भाषण के अंत में उन्होंने ‘इंकलाब जिंदाबाद’ का उद्घोष किया। राष्ट्रगान के साथ ही इस शपथग्रहण समारोह कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी और राष्ट्रगान के साथ ही इस कार्यक्रम का समापन हुआ। गौरतलब है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनी है। पार्टी को 117 में से 92 विधानसभा सीटों पर जीत मिली है। दिल्ली के बाद पंजाब दूसरा ऐसा राज्य होगा जहां आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है। अब आप की नजर इस साल के आखिर में दो राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर है जहां अच्छे प्रदर्शन के बाद उसे नैशनल पार्टी का दर्जा मिल सकता है।
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