परम पुरुष भगवान श्रीनारायण के नामोच्चार करने मात्र से ही मनुष्य कलिकाल से तर जाता है।पं कृष्णा दुबे
रतनपुर से ताहिर अली की रिपोट
रतनपुर-रतनपुर के भैरव बाबा मंदिर के समीप दुबे परिवार के द्वारा सात दिवसीय संगीत में श्रीमद् भागवत कथा आयोजन वहीँ आचार्य कृष्णा दुबे ने कथा सुनाते हुए कहा - परम पुरुष भगवान श्रीनारायण के नामोच्चार करने मात्र से ही मनुष्य कलिकाल से तर जाता है। सर्वशास्त्रों का मन्थन करने के बाद अथवा बार-बार विचार करने के बाद, ऋषि-मुनियों को जो एक सत्य लगा, वह है - भगवन्नाम। भगवन्नाम-जप की महिमा अनन्त है।
भगवान के नाम का जप सभी विकारों को मिटाकर दया, क्षमा, निष्कामता आदि दैवीय गुणों को प्रकट करता है। भगवन्नाम जपने से पुराने संस्कार हटते जाते हैं, जापक में सौम्यता आती जाती है और उसका आत्मिक बल बढ़ता जाता है। भगवन्नाम जपने से चित्त पावन होने लगता है। रक्त के कण पवित्र होने लगते हैं। दुःख, चिन्ता, भय, शोक, रोग आदि निवृत होने लगते हैं। सुख-समृद्धि और सफलता की प्राप्ति में सहायता मिलने लगती है। जैसे, ध्वनि-तरंगें दूर-दूर जाती हैं, ऐसे ही नाम-जप की तरंगें हमारे अंतर्मन में गहरे उतर जाती हैं तथा पिछले कई जन्मों के पाप को मिटा देती हैं। इससे हमारे अन्दर शक्ति-सामर्थ्य प्रकट होने लगता है और निर्मल बुद्धि का विकास होने लगता है। मंत्र जापक को व्यक्तिगत जीवन में सफलता एवं सामाजिक जीवन में सम्मान मिलता है। भगवन्नाम जप मानव के भीतर की सोयी हुई चेतना को जगाकर उसकी महानता को प्रकट कर देता है। यहाँ तक कि जप से जीवात्मा परब्रह्म-परमात्मपद तक पहुँचने की क्षमता भी विकसित कर लेता है कथा श्रवण के लिए दिनेश द्विवेदी पूर्णिमा दुबे नितिश - हिना दुबे नवीन ज्योति दुबे जयंति उपाध्याय सोनिया - विवेक शर्मा मधु-नवीन शर्मा बबलू दुबे, विक्की बुबे,वासु दुबे, आदी दुबे,देवांस दबे, रिद्धी दुबे, सिद्धी , कार्तिक शर्मा,विवान शर्मा किशोर - रूखमणी दुबे सुरेश - राधिका दबे प्रफल्ल - मंज दबे राजेन्द्र - मंजू दुबे बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे
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