वाटर लेबल नीचे सरकने से बिरसा निवासी पेयजल के लिए हो रहे है हलाकान
(शिवशंकर पाण्डेय जिला ब्यूरो)
बिरसा/बालाघाट।मलाजखंड ताम्र परियोजना की वजह से मार्च से ही बिरसा में जल संकट का खतरा मंडराने लगा था जो अब भयंकर रूप धारण कर लिया है।जिससे क्षेत्रीय लोग पेयजल की समस्या से जूझते नजर आ रहे है। वाटर लेबल दिनों दिन नीचे जा रहा है जिससे वार्ड नंबर 21,22,23 और 24 की जनता परेशान है।हालांकि इसकी शिकायत आम जन ने नगर परिषद मोहगांव को कर दिया है लेकिन परिषद इस पर कोई ठोस पहल करने के मूड में नजर नही आ रही है।आमजन ने बताया कि नल में बहुत ही कम मात्रा में पानी आता है जिसको लेकर नगर परिषद के अधिकारियों को सूचित किया गया कि व्यवस्था के तहत टैंकर से पानी की आपूर्ति कर जनता को हो रही परेशानी को दूर किया जाय लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के चलते वार्डवासी पानी के लिए मोहताज नजर आ रहे है जिससे परिषद के अधिकारियों को कोई चिंता नही है।कुछ कामो को लेकर अपनी पीठ थपथपाने वाली नगर परिषद मोहगांव का विवादों में रहना चोली दामन जैसा है।जिससे ग्रामीणों का पारा भी सातवे आसमान पर नजर आ रहा है।परिषद के भट्टलाई,दूधी,मरारी टोला, बिरसा आदि गांव पानी की समस्या से जूझ रहे है जिसका शीघ्र निराकरण करने की जिम्मेदारी परिषद की है।
पानी का लेबल नीचे जाने का प्रमुख कारण माइंस
क्षेत्र में हो रही पानी की कमी का मुख्य कारण ताम्र परियोजना मलाजखंड भी है जिसमे हुए बडे बडे बोर खनन से क्षेत्रीय लोगो को इस समस्या से जुझना पड़ रहा है।जिससे न तो ताम्र परियोजना के अधिकारी इस पर ध्यान दे रहे है और न ही मलाजखंड नगर परिषद।बहरहाल जनता ने परिषद व ताम्र परियोजना के अधिकारियों से शीघ्र ही इस समस्या से निजात दिलाने की अपील किया हैं नही तो जनता शुद्ध पेयजल के लिए आंदोलन करने पर विवश होगी जिसकी जबाबदेही नगर परिषद मलाजखंड की होगी।
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.