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Friday, August 5, 2022

नशे में धुत थाना प्रभारी को बचाने में लगें उच्च अधिकारी.!अपर कलेक्टर के परिवार के साथ अगर ऐसा व्यवहार थाना प्रभारी का तो आम जनता के साथ कैसा होगा..!

 नशे में धुत थाना प्रभारी को बचाने में लगें उच्च अधिकारी.!अपर कलेक्टर के परिवार के साथ अगर ऐसा  व्यवहार थाना प्रभारी का तो आम जनता के साथ कैसा होगा..!




दुर्ग- कल रात लगभग 12:00 बजे  अमलेश्वर थाने की घटना सामने आयी है जहाँ शिकायतकर्ता प्रणय सलाम ने बताया कि वह अमलेश्वर अपने घर से अपने पापा के लिए दवाई लेने जा रहा था तभी अमलेश्वर थाने के बाहर थाना प्रभारी और उनके सह स्टाफ ने मेरी गाड़ी को रोके और कहां जा रहे हो यह किसकी गाड़ी है क्या नाम है तुम्हारा मैंने बताया मेरा नाम प्रणय सलाम है मैं अपने पापा के लिए दवाई लेने जा रहा हूं यह मेरी बहन की गाड़ी है तो उन्होंने मुझे बहुत गंदी गंदी गालियां दी मां बहन की गालियां दी मुझे कहा गोड गंवार लोग इतनी बड़ी गाड़ी में कहां से घूमते हो और भी बहुत सारी गालियां दी जो कर सकते हो कर ले लो कहने लगे मैंने कहा सर मैं दवाई लेने जा रहा हूं मुझे अर्जेंट है तो भी मुझे गाली बकने लगे  उसके बाद मैं घर गया 




अपने घर जाकर अपनी बहन को पूरी घटना बताया तो वह लोग मेरे साथ थाने गए पर थाने में थाना प्रभारी राजेन्द्र यादव नही थे फिर हम लोगो ने थाना प्रभारी को बुलाने  के लिए कहा पर वह नहीं आए वह काफी नशे में धुत थे हमने लगातार 4 घंटे तक वहां अपना मामला दर्ज कराने के लिए प्रयास करते रहे परंतु थाना प्रभारी को बचाने वहां दुर्ग से एसडीओपी आए थे वह भी थाना प्रभारी के पक्ष में बात करने लगे अमलेश्वर के जीत स्वास्थ्य केंद्र से डॉक्टर को बुलाया गया 


थाना प्रभारी का मुलाहिजा कराया गया जिसमें उन्होंने वित्त सैंपल लिया और उसमें डाल दारु पीने हुए होने को लिखा परंतु वह लोग बोले हम इसको दुर्ग जिला अस्पताल ले जा रहे हैं आप लोग भी चलिए वहां ब्लड सैंपल कराएंगे हम उनके पीछे-पीछे दुर्ग गए वह लोग रास्ते से गायब हो गए हम दुर्ग जिला अस्पताल पहुंचे वहां कोई नहीं था हम सुबह उठकर देखें तो जो रात को इतना गिड़गिड़ा कर हम से माफी मांग रहा था उल्टा गलत खबर चलवा रहे थे कि वह नशे में नहीं था नेगेटिव पाया गया परंतु डॉक्टर की प्रारंभिक रिपोर्ट नशे में पाया गया था 


एक पुलिस वाले को बचाने के लिए सच को झूठा ठहराने के लिए सारे उनके सहकर्मी जुड़ गए रात भर डटे रहने के बावजूद हमारा f.i.r. नहीं लिखा गया हमें मां बहन की गालियां दी गई जातिगत गालियां दी गई उसके बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्यवाही ना होना पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली प्रणाली को दर्शाता है इससे मैं और मेरा परिवार काफी आहत हैं मेरे साथ मेरा भाई हर्ष भी था | लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नही किया गया है उल्टा सोसल मीडिया में मुझे गलत ठहराया जा रहा है | मेरी शिकायत नही लिखा गया तो मैं अपने परिवार के साथ राज्यपाल जी, मुख्यमंत्री जी व DGP महोदय जी से मुलाकात कर शिकायत करुंगा | 


पुलिस अगर ऐसा व्यवहार एक अपर कलेक्टर के परिवार के साथ करती है तो आम जनता के साथ कैसा व्यवहार करती होगी ! अब देखना यह है कि उच्च अधिकारी थाना प्रभारी के खिलाफ क्या कार्यवाही करते है !






Central News india से ब्यूरो रिपोर्ट

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