Breaking

अपनी भाषा चुने

POPUP ADD

सी एन आई न्यूज़

सी एन आई न्यूज़ रिपोर्टर/ जिला ब्यूरो/ संवाददाता नियुक्ति कर रहा है - छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेशओडिशा, झारखण्ड, बिहार, महाराष्ट्राबंगाल, पंजाब, गुजरात, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटका, हिमाचल प्रदेश, वेस्ट बंगाल, एन सी आर दिल्ली, कोलकत्ता, राजस्थान, केरला, तमिलनाडु - इन राज्यों में - क्या आप सी एन आई न्यूज़ के साथ जुड़के कार्य करना चाहते होसी एन आई न्यूज़ (सेंट्रल न्यूज़ इंडिया) से जुड़ने के लिए हमसे संपर्क करे : हितेश मानिकपुरी - मो. नं. : 9516754504 ◘ मोहम्मद अज़हर हनफ़ी - मो. नं. : 7869203309 ◘ सोना दीवान - मो. नं. : 9827138395 ◘ आशुतोष विश्वकर्मा - मो. नं. : 8839215630 ◘ सोना दीवान - मो. नं. : 9827138395 ◘ शिकायत के लिए क्लिक करें - Click here ◘ फेसबुक  : cninews ◘ रजिस्ट्रेशन नं. : • Reg. No.: EN-ANMA/CG391732EC • Reg. No.: CG14D0018162 

Tuesday, August 2, 2022

शासन द्वारा गौमूत्र की उपयोगिता को देखते हुए गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गौमूत्र की व्यापक तौर से की जा रही खरीदी

 


शासन द्वारा गौमूत्र की उपयोगिता को देखते हुए गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गौमूत्र की व्यापक तौर से की जा रही खरीदी

- जिले के गौठान में अब तक 263 लीटर गौमूत्र की खरीदी की गई

- गौमूत्र से बनने वाले जैविक कीट नियंत्रक, जीवामृत, ग्रोथ प्रोमोटर बहुत उपयोगी साबित होंगे

शासन द्वारा गौमूत्र की उपयोगिता को देखते हुए गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गौमूत्र की व्यापक तौर से खरीदी की जा रही है। फसल उत्पादन में गौमूत्र की उपयोगिता प्रभावी है। वर्मी कम्पोस्ट के फायदे को देखते हुए किसानों ने इसे अपनाया है। वहीं अब गौमूत्र से बनने वाले जैविक कीट नियंत्रक, जीवामृत, ग्रोथ प्रोमोटर बहुत उपयोगी साबित होंगे। रासायनिक खाद तथा कीटनाशक के दुष्प्रभाव को देखते हुए किसानों का रूझान जैविक कृषि उत्पादों की ओर बढ़ा है। इससे न केवल कृषि लागत में कमी आएगी बल्कि पर्यावरण प्रदूषण भी कम होगा। जिले में गोधन न्याय योजनांतर्गत जिले के गौठान में मल्टी-एक्टिविटी के रूप में गौमूत्र खरीदी प्रारंभ है। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने गोधन न्याय योजना अंतर्गत गौमूत्र क्रय करने के कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शासन के मंशानुसार गौमूत्र की खरीदी के बाद उत्पाद तैयार किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि 4 रूपए प्रतिलीटर की दर से गौमूत्र की खरीदी की जा रही है। समूह की महिलाओं द्वारा गौठान में गौमूत्र संग्रहण किया जा रहा है। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया है। जिले के गौठान में अब तक 263 लीटर गौमूत्र की खरीदी की गई है। गौठान प्रबंधन समिति एवं स्वसहायता समूह द्वारा स्थानीय स्तर पर तथा सी-मार्ट के माध्यम से तैयार उत्पाद का विक्रय किया जाएगा।

गौवंश पशु प्रतिदिन औसतन 7 लीटर गौमूत्र विसर्जित करती है, जिसमे से 1 - 2 लीटर एकत्रित किया जा सकता है। गौठान में 50 से 100 लीटर गौमूत्र प्रतिदिन एकत्रित किया जा सकता है। गौठान प्रबंधन समिति द्वारा पशुपालक से गौमूत्र का क्रय कर कर इसके विभिन्न उपयोगी उत्पाद बनाये जाएंगे। रासायनिक खाद तथा रासायनिक कीट नाशक के प्रयोग से मृदा, पशु, मनुष्य के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। गोबर के साथ-साथ गौमूत्र को रासायनिक खाद तथा रासायनिक कीट नाशक के विकल्प के रूप में वैज्ञानिक तथा व्यवस्थित ढंग से उपयोग कर रासायनिक खाद तथा रासायनिक कीटनाशकों के उपयोग को कम किया जा सकता है।


*सीएनआई न्यूज़ खैरागढ़ से सोमेश कुमार की रिपोर्ट*

No comments:

Post a Comment

Please do not enter any spam link in the comment box.

Hz Add

Post Top Ad