श्री भैरव जयंती महोत्सव के नवे को दिन बुधवार को होगा रूद्र महायज्ञ का पूर्णा आहुति ब्राह्मण भोजन के साथ होगा सम्पन्न
रुद्र महायज्ञ यज्ञ में अब तक दो लाख अस्सी हजार से अधिक आहूति दी जा चुकी है जब कि रूद्र महायज्ञ में दो लाख चालीस हजार आहुति दी जाती है लेकिन भक्तो आस्था और श्रद्धा के चलते भगवान को अधिक आहुति दी गई
शास्त्रों के अनुसार अधिक आहुति अधिक फल देने वाला होता
रतनपुर से ताहिर अली की रिपोट
रतनपुर -श्री सिद्ध तंत्र पीठ भैरव मंदिर रतनपुर में नौ दिवसीय श्री भैरव जन्म महोत्सव आयोजन भैरव मंदिर परिसर में किया रहा है रुद्र महायज्ञ एवं अन्य अनुष्ठान जिसमें प्रदेश भर से भक्त अपनी कामनाओं की सिद्धि के लिए रूद्र महायज्ञ में शामिल होकर अपनी मनोकामना ओं के अनुरूप वैदिक मंत्रों से यज्ञ में आहुतियां देकर भगवान के समक्ष प्रार्थना कर रहे हैं I वहीँ इस यज्ञ पूर्णाहुति ब्राह्मण भोजन एवं महा भंडारा के साथ बुधवार को होगा साथ ही यज्ञ का विश्राम बुधवार को होगा
, मंदिर परिसर वैदिक ब्राह्मणों के द्वारा मंत्रों से गूंजता रहा भगवान भैरव जयंती के अवसर पर दर्शनार्थी दर्शन किए साथ ही तंत्र क्रिया एवं तांत्रिक जो भैरव जी को अपना गुरु मानते हुए भगवान भैरव जी कर आशीर्वाद लेने मंदिर पहुंचे रहे वहीँ यज्ञ के मुख्य जजमान के द्वारा प्रदेश की खुशहाली एवं मंगल कामना के लिए विशेष आहुतियां डाले जा रहे lभैरव मंदिर के मुख्य पुजारी पं जागेश्वर अवस्थी ने बताया श्री रुद्र महायज्ञ में दो लाख चालीस हजार आहुतियां दी जाती है दशांश हवन करके दो लाख चौंसठ हजार रुद्र महायज्ञ में आहुति अग्नि देव को समर्पित किए जाते हैं श्री सिद्ध तंत्र पीठ भैरव मंदिर में भैरव जयंती के उपलक्ष में रुद्र महायज्ञ चल रहे हैं जिसमें लगभग तीन लाख आहुति दिए जा चुकी है जितना अधिक आहुति भगवान को दी जाए उससे और भी अच्छे होते हैं यज्ञ की धुएं से सकारात्मक शक्ति प्रवेश करते हैं यज्ञ करने से वातावरण शुद्ध और मन में शांति मिलती है यज्ञ में दी जाने वाली आहुति भगवान का भोजन होते हैं यज्ञ में तिल जौ मधु चावल एवं हवन औषधि शुद्ध घी से भगवान प्रसन्न होते हैं और सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण होते हैं यज्ञ को संपन्न करने के लिए 15 ब्राम्हण वैदिक मंत्रोचार द्वारा एवं पाठ हवन के द्वारा संपन्न जायेगे अनुष्ठान प्रतिवर्ष मार्ग कृष्ण पक्ष अष्टमी को भगवान भैरव जयंती बड़ी धूमधाम से मनाया जाते हैं इस बार भी श्री भैरव जयंती पर लोगों की अलग-अलग कामनाओं के लिए अलग-अलग मंत्रों से आहुति दिए जा रहे हैं इसके बाद जनवरी माह में ब्राह्मण बटुकों का निशुल्क उपनयन संस्कार एवं निशुल्क सामूहिक विवाह मंदिर यज्ञ के आचार्य पंडित गिरधारी लाल पांडेय ,दिलीप दुबे राजेंद्र दुबे, महेश्वर पांडेय , कान्हा तिवारी, अविनाश मिश्रा , दीपक अवस्थी , रामकिशोर पांडेय , रामगोपाल दुबे , अश्वनी तिवारी , गौरी शंकर रिषभ पांडेय अनुराग दुबे ,आदि तो भोजन भंडार की व्यवस्था देख रेख में रवि तंबोली जुटे हुए है




















No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.