खैरागढ़- 3 जनवरी 2023 इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय ऑडिटोरियम, खैरागढ़।
ऐसे शिक्षक साथियों जिन्होंने अपने जज्बे के दम पर स्कूली व्यवस्था में बदलाव कायम किया है, उन्हें सावित्री फुले सम्मान से नवाजा जाएगा। स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता सेवा में समर्पित लोगों को सम्मानित किया जाएगा।
सेमिनार के विषय-
-सावित्री फुले और उनके साथियों का भारतीय शिक्षा और व्यवस्था पर प्रभाव।
-शिक्षा का अर्थ सिर्फ नौकरी नही! नये विचार, वैज्ञानिक कौशल का उत्पादन कैसे?
-मौजूदा विद्यालयीन व्यवस्था में शिक्षा के बेहतर आयाम कैसे बनायें?
-पितृसत्तात्मक व्यवस्था का प्रभाव? स्त्री के लिए पुरुष मानसिकता में कितना बदलाव! महिला आरक्षण सही या गलत?
-एग्जाम और अन्य चुनौतियों में विज्ञान, मनोवैज्ञान और दर्शनशास्त्र की भूमिका.
- नये जिले के फाउन्डेशन के लिए बेहतर कांसेप्ट क्या-क्या हो सकता है.
- मोबाइल के माध्यम से सफलता कैसे प्राप्त करें? मोबाइल का वर्तमान जीवन पर प्रभाव।
वक्तागण-
पद्मश्री फूलबासन यादव सामाजिक कार्यकर्त्ता सुकुल देहान
अंकिता शर्मा पुलिस अधीक्षक खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
लोकेश्वरी नेताम सामाजिक कार्यकर्ता गरियाबंद
डॉ. एन.एस. वर्मा प्राचार्य देवीप्रसाद चौबे महाविद्यालय गंडई
सुशांत कुमार संपादक दक्षिण कौशल राजनांदगांव
प्रो पी. एल. आदिले प्राचार्य जे. बी. डी. कॉलेज कटघोरा, बिलासपुर,
के. वी. राव जिला शिक्षा अधिकारी खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
डॉ. दीप्ति धुरंधर मेंबर ऑफ़ एक्सपर्ट साइकोलॉजिस्ट पैनल बिलासपुर
तहजीब अंसारी प्राचार्य आजाद विद्यापीठ डोंगरगढ़
एस.बी. वाराठे प्राचार्य पॉलिटेक्निक कॉलेज खैरागढ़
एस के कुजूर प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय खैरागढ़
एस.के.सिंह जिला व्यापार उद्योग केंद्र राजनांदगांव प्रमुख रहेंगे।
अभिनव पहल के इस कार्यक्रम में खैरागढ़ अंचल के साथ जिले के सभी नागरिक, महिलाओं, शिक्षा विभाग के युवाओं, वर्तमान और भूतपूर्व छात्र-छात्राएँ, स्थानीय और प्रदेश की सेवाभावी संस्थाओं से उपस्थिति होकर लाभ लेने और सफल बनाने की अपील है।
*संजू महाजन की रिपोर्ट*
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