सांकरा क में सात दिवसीय राजयोग शिविर का हुआ उद्घाटन
सीएनआई न्यूज़ बालोद से उत्तम साहू
बालोद।प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय आत्मज्ञान भवन आमापारा बालोद के तत्वावधान में ग्राम साकरा क में तनाव मुक्त जीवन के लिए सात दिवसीय राजयोग शिविर का आयोजन 22जनवरी से 28जनवरी तक किया जा रहा है।शिविर का22जनवरी रविवार को विधिवत रूप से शुभारंभ किया गया। जिसमें बालोद सेवा केंद्र की सह संचालिका ब्रम्हाकुमारी सरिता दीदी एवं मुख्य वक्ता के रूप में ब्रह्मा कुमारी नेहा दीदी उपस्थित थे।मंचासीन मुख्य अतिथि के रूप में सरपंच दिनेश सिन्हा, जनपद सदस्य बालक दास माणिक पुरी सेवानिवृत्त प्राचार्य डीडी साहू, पवन साहू प्राचार्य सरस्वती शिशु मंदिर एवं वरिष्ठ नागरिक संतोष सिन्हा एवं कार्तिक राम साहू जी उपस्थित थे।अतिथियों के स्वागत के पश्चात दीप प्रज्वलन कर इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया l सभा में उपस्थित सभी भाई बहनों को संबोधन करते हुए मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित ब्रह्मा कुमारी नेहा दीदी ने कहा कि जीवन में किसी भी प्रकार की परिस्थिति क्यों ना आ जाए लेकिन खुशी अपनी प्रॉपर्टी है वह कभी गुम ना हो क्योंकि खुशी जैसी खुराक नहीं होती बड़ी बड़ी बीमारियां बड़ी बड़ी परिस्थितियां भी अगर हम खुश रहे तो वह लौट जाती हैं। अपने जीवन में खुश रहने का एक ही मंत्र है बस यही याद रखें कि यह वक्त भी गुजर जायेगा। दूसरा मंत्र उन्होंने बताया कि अगर हमें खुश रहना है तो सबको वही दे जो हमें चाहिए अर्थात सबके प्रति हमें शुभ भावना रखनी है शुभकामना रखनी है। तीसरा मंत्र उन्होंने बताया कि जीवन में यदि खुश रहना है तो हमें वर्तमान में जीना सीखना होगा भूतकाल का अफसोस और भविष्य की चिंता नहीं करनी है। चौथा मंत्र उन्होंने बताया कि यदि हमें खुश रहना है तो हमें निरंतर चलते रहना होगा क्योंकि जो निरंतर चलते रहता है स्वयं परमात्मा भी उनका साथ देते हैं किसी भी परिस्थिति में रुक नहीं जाना है l पांचवा मंत्र उन्होंने बताया कि जीवन में हमें हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण रखना चाहिए नकारात्मक दृष्टिकोण से जीवन में केवल और केवल परेशानियां ही मिलती है जब हम सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं तो हमारे जीवन में हर कार्य सकारात्मक रूप से होता है l
सह संचालिका ब्रम्हाकुमारी सरिता दीदी ने सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा की आध्यात्मिकता हमारे जीवन में दिशा निर्देश करती है कि हमें किस प्रकार अपना जीवन व्यतीत करना चाहिए ज्ञान तो आज बहुत लोगों के पास है लेकिन उस ज्ञान को अपने जीवन में किस प्रकार उपयोग करना है अपने जीवन को किस प्रकार श्रेष्ठ बनाने में उस ज्ञान का उपयोग करना है इसमें थोड़ी कमी है परमपिता परमात्मा के द्वारा दिया गया ज्ञान उनकी दी हुई शिक्षाएं हमें अपने जीवन में उस उच्च ज्ञान को धारण करने की क्षमता देता है जिससे हमारा जीवन श्रेष्ठ बन जाता है दीदी ने कहा मनुष्य के अंदर ही वह छिपी हुई शक्तियां हैं जो वह हर असंभव कार्य को संभव कर सकता है बस उसे स्वयं को पहचानने की जरूरत है स्वयं की शक्तियों को पहचानने की जरूरत है l
ग्राम के सरपंच दिनेश सिन्हा ने ब्रह्माकुमारी संस्था के सेवाओं की सराहना करते हुए सभी ग्राम वासियों से निवेदन किया की 7 दिनों तक सभी दीदियों का सहयोग जरूर दें स्वयं के लिए जरूर एक घंटा समय निकालें ताकि हम अपना जीवन भी श्रेष्ठ बना सकें और सही जीवन जीने की कला सीख सकें l
शिविर प्रतिदिन शाम7बजे से8बजे तक होगा।अंत में मंचासीन अतिथियों को परमात्मा प्रसाद और पुस्तक देकर दीदियों द्वारा उनका सम्मान किया तथा सभी ग्रामवासियों को प्रसाद वितरित किया गया।


















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