सनातन धर्म का संदेश लेकर श्री श्री 108 श्री स्वामी शिवानंद जी महराज हनुमानगढ़ी आश्रम कुरवार में मंगलमय पदार्पणल
बेलगहना /कुरूवर आश्रम में एक दिवसीय संत दर्शन व सत्संग मेला कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे पूज्य श्री स्वामी जी का सभी ग्रामवासी एवं श्रद्धालु भक्तो ने स्वामी जी का भव्य रथ यात्रा व शोभा यात्रा निकाल कर नगर भ्रमण कराते हुए जगह जगह फूल गुच्छ भेंट कर एवं आरती कर आशीर्वाद प्राप्त किए।विगत इक्कीस वर्ष से चली आ रही परंपरा को आगे बढ़ाते कुरवार आश्रम में एकदिवसीय मेले का आयोजन किया गया।ग्राम की सभी महिला समूह द्वारा शोभा यात्रा के दौरान स्वामी जी का भव्य स्वागत किया गया।
हनुमानगढ़ी आश्रम कुरुवार इस क्षेत्र में एक आस्था का केंद्र बना हुआ है जिस प्रकार अयोध्या में हनुमानगढ़ी मंदिर एक टीले के ऊपर स्थित है उसी प्रकार ये भी पहाड़ी के ऊपर स्थित है यहां हनुमान जी विराजमान है जो की आसपास के क्षेत्र वासियों के रक्षक के रूप में माना जाता है, पहाड़ी के ऊपर से चारो ओर का दृश्य देखने पर मन में अलौकिक आनंद की अनुभूति होती है, यहां पर बहुत दूर दूर से भक्त आस्था व श्रद्धा लेकर अपनी मन्नते मांगने आते हैं हनुमान जी संकट मोचन है,
सभी की संकट हरते हैं।, स्वामी श्री शिवानंद जी महराज ने अपने मुखारबिंद में कहा कि निस्वार्थ भाव से सेवा ही सच्ची भक्ति है। गुरु सेवा से मनुष्य अपनी परम लक्ष्य को पा सकता है दूसरों के प्रति नि:स्वार्थ सेवा का भाव रखना ही जीवन में कामयाबी का मूलमंत्र है। नि:स्वार्थ भाव से की गई सेवा से किसी का भी हृदय परिवर्तन किया जा सकता है।
हमें अपने आचरण में सदैव सेवा का भाव निहित रखना चाहिए, जिससे अन्य लोग भी प्रेरित होते हुए कामयाबी के मार्ग पर अग्रसर हो सकें।इस अवसर पर सेवासमिति के सभी सदस्य एवम् क्षेत्रवासी उपस्थित रह कर भंडारे और प्रसाद का वितरण किया गया।जिसमे, लोरमी,टेंगनमाडा, कुरुवार बेलगहना,सागर, बिलासपुर, उपका,सहित आसपास के श्रद्धालु भक्त उपस्थित हुवे।
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