शिक्षकों के समुचित मार्गदर्शन से विद्यार्थी होंगे तनाव मुक्त
लत एवं व्यसनों से विद्यार्थियों को दूर रखने पिथौरा में कार्यशाला संपन्न
पिथौरा: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद नई दिल्ली एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयुष्मान भारत योजना के स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत विद्यालय जाने वाले बच्चों के स्वास्थ्य कल्याण प्रशिक्षण के तीसरे बैच का प्रशिक्षण संपन्न हुआ। प्रशिक्षण के अंतिम दिवस सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारिका प्रसाद पटेल एवं साक्षरता नोडल अधिकारी अरूण देवता विशेष रूप से उपस्थित होकर प्रशिक्षणार्थियों से चर्चा किए।इस अवसर पर एबीईओ श्री पटेल ने कहा कि वर्तमान समय में पढ़ने वाले बच्चे अधिक तनाव का शिकार हो रहे हैं। ऐसे समय में हम शिक्षकों की समुचित भूमिका न केवल उन्हें तनाव से मुक्त कर सकता है बल्कि उन्हें बुरे लत एवं व्यसनों से दूर रखते हुए बेहतर नागरिक बनाने में मील का पत्थर साबित हो सकता है। प्रशिक्षण में पिथौरा विकास खण्ड के पूर्व माध्यमिक शालाओं के 60 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भाग लिया। तीसरे चरण के प्रशिक्षण का शुभारंभ विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी के.के.ठाकुर ,विकास खण्ड श्रोत समन्वयक गौतम प्रसाद कन्हेर एवं साक्षरता अधिकारी एफ.ए.नन्द ने किया और शिक्षकों से इस प्रशिक्षण को ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए उपयोग करने का आह्वान किया।
प्रशिक्षण में स्रोत शिक्षक राजाराम पटेल, अशोक पटेल एवं खेमलता प्रधान ने वर्तमान समय में बढ़ रही हिंसा और प्रदूषण को लेकर छात्रों में बढ़ रही गलत प्रवृत्ति को कम करने के लिए विशेष कार्य करना, जिम्मेदार नागरिक बनाने के लिए अभियान,जेंडर समानता, संसाधनों के दुरूपयोग की रोकथाम और प्रबंधन के संबंध में समझ विकसित करने, इंटरनेट और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग को बढ़ावा देना,पोषण, स्वच्छता और स्वास्थ्य से जुड़ी बातों पर शिक्षकों के साथ विस्तृत चर्चा कर प्रशिक्षण दिया। बीएमओ श्रीमती तारा अग्रवाल ने सभी शिक्षकों से प्रशिक्षण का लाभ लेकर स्वस्थ समाज विकसित करने की अपील की। प्रशिक्षण में मनोज पटेल, निर्मला चौधरी, ममता साहू, ओमप्रकाश पटेल, मुकेश सिन्हा, जयंत प्रधान, रमेश साहू, रूक्मण सिंह सरदार,सुकांती नायक, नीता एक्का सहित सभी शिक्षकों ने सक्रिय भूमिका निभाई। समापन अवसर पर प्रशिक्षणार्थियों की ओर से वरिष्ठ शिक्षक लोरीश कुमार, रमेश साहू एवं निर्मला चौधरी ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि वर्तमान परिदृश्य में यह प्रशिक्षण छात्रों के लिए बहुउपयोगी है और हम इस प्रशिक्षण का बेहतर क्रियान्वयन अपनी शालाओं में करेंगे।कुशल प्रशिक्षक राजाराम पटेल ने आभार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व दो तीन चरणों में पिथौरा विकास खण्ड के 180 शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
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