डोंगरगांव
बालोद शिक्षा अधिकारी ने अर्जुन पेड़ पर चलवाई कुल्हाड़ी
मामला राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव ब्लॉक खुर्शीटिकुल का निवासी शिक्षा अधिकारी मुकुल साव का कारनामा।
स्कूलों में विधार्थियों को वृक्ष लगाओ पर्यावरण बचाओ का पाठ पडाने वाले एक शिक्षा अधिकारी के द्वारा पेड़ो की बलि देने उतारू हो गया है l जिनके इशारों पर औषधि व प्रतिबंधित अर्जुन पेड़ यानि कहुआ पेड़ पर कुल्हाड़ी चलवाई गई l जानकारी के अनुसार डोंगरगांव ब्लॉक के ग्राम खुर्सीटिकुल निवासी मुकुल साव वह बालोद के शिशा अधिकारी है l उक्त अधिकारी अपने खेत से धीरे धीरे करके कई पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलवा रहे है l कुछ इसी तरह की घटना शनिवार को भी उक्त अधिकारी के कहने पर कुछ लोगो के द्वारा अर्जुन पेड़ को काटकर धराशाही कर दिया गया l
इधर इस मामले की भनक डोंगरगांव तहसीलदार को लगी तो वे अपने विभागीय टीम को भेजकर तत्काल कारवाही करते हुए उक्त पेड़ो को जप्त कर ग्रामीणों की उपस्थिति में पंचनामा बनाया गया।आपको बता दें कि कहुआ पेड़ औषधि गुण होने की वजह से शासन ने अर्जुन (कहुआ) वृक्ष की कटाई पर प्रतिबंध लगा दिया है। बावजूद इसके राजनांदगांव में निवास करने वाले बालोद जिला के डीईओ ने अपने घरेलू कार्य की आड़ में कीमती व औषधि पेड़ पर कुल्हाड़ी चलवा दी l जबकि शासन ने उक्त पेड़ पर प्रतिबंध लगाया है l उसके वावजूद एक शिशा अधिकारी ने अपनी मनमानी करते हुए पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलवा दी l अब सवाल यह है कि शासन ऐसे जिम्मेदार पद पर रहते हुए पर्यावरण संरक्षण के बजाय उसे नुकसान पहुंचाने वाले उक्त अधिकारी के खिलाफ क्या कारवाही करती हैं l
सी एन आई न्यूज़ डोंगरगांव से संतोष सहारे की रिपोर्ट
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