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Saturday, January 6, 2024

प्रज्ञा संजीवनी में पारंपरिक उपचार से गठियावात से पीड़ित 55 वर्षीय प्रदीप को मिली संजीवनी, वैघराज रामफल पटेल आयुर्वेदिक जड़ी- बूटियों से करते है गंभीर बीमारियों का रामबाण ईलाज ____________________________

 प्रज्ञा संजीवनी में पारंपरिक उपचार से गठियावात से पीड़ित 55 वर्षीय प्रदीप को मिली संजीवनी, वैघराज रामफल पटेल आयुर्वेदिक जड़ी- बूटियों से करते है गंभीर बीमारियों का रामबाण ईलाज


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*कोरबा-* किसी भी बीमारी के लिए पहले के जमाने में अक्सर हमारे पूर्वज जड़ी- बूटियों पर ही निर्भर हुआ करते थे। उन्हें जड़ी- बूटियों की अच्छी खासी समझ होती थी। लेकिन आजकल के भाग दौड़ भरी जिंदगी में जड़ी बूटियों की पहचान धुंधली सी हो गई है। लेकिन कोरबा जिले के नगर पंचायत पाली, नया बस स्टैंड में संचालित प्रज्ञा संजीवनी वन औषधालय लोगों के लिए संजीवनी साबित हो रहा है।


पाली में संचालित उक्त औषधालय के वैघ रामफल पटेल नाड़ी देखकर लोगों की बीमारियों का पता कर उन्हें पारंपरिक जड़ी बूटियों का मिश्रण कर उनके लिए दिव्य औषधि तैयार कर ईलाज करते है। शांतिकुंज हरिद्वार एवं आयुष से प्रशिक्षित वैघराज श्री पटेल द्वारा तैयार दवा के सेवन से अब तक सैकड़ों लोगों को लाभ मिला है। प्रज्ञा संजीवनी में गंभीर बीमारी कैंसर, लकवा, टीवी, शुगर, लिवर से संबंधित रोग सहित ब्लडप्रेशर, दमा, श्वास, गठियावात, सायटिका, जोड़ो में दर्द, खून की कमी, पीलिया, बवासीर, पुराना खांसी, बुखार आदि में पारंपरिक पद्धति से ईलाज काफी कारगर साबित हो रहा है। बांकीमोंगरा निवासी एवं एसईसीएल कर्मी 55 वर्षीय प्रदीप कश्यप गत 2019 में जोड़ो की सूजन व दर्द (गठियावात) से पीड़ित हो गए। वे कोरबा, बिलासपुर के कई निजी अस्पतालों में अपने ईलाज पर लाखों रुपए खर्च किये पर कहीं से भी लाभ नही मिला। प्रदीप जोड़ो के असहनीय दर्द के साथ चलने फिरने में असमर्थ हो गए। ऐसी स्थिति में वे ड्यूटी पर भी नही जा पा रहे थे। वर्ष 2022 में उनको प्रज्ञा संजीवनी औषधालय के बारे में पता चला तब हल्की उम्मीद के साथ परिजन उन्हें लेकर पाली पहुँचे और वैघ रामफल से संपर्क किया। वैघराज ने नाड़ी देख प्रदीप को उनके बीमारी के बारे में बताया और विभिन्न जड़ी बूटी कूट- पीसकर दवा तैयार करके उन्हें दिया। महज 2- 3 दिन दवाई के सेवन से गठियावात से पीड़ित प्रदीप को असर दिखना प्रारंभ हो गया तथा 3 माह के प्राकृतिक उपचार से वे पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर एसईसीएल की ड्यूटी पर जा रहे है। ऐसे अनगिनत मरीज जो गंभीर बीमारी के साथ प्रज्ञा संजीवनी में आते है और कुछ माह जड़ी बूटी औषधि के सेवन से स्वास्थ्य लाभ ले रहे है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि श्री पटेल के दवा से ठीक हुए अनेक लोगों ने उन्हें खुशी के बदले विभिन्न उपहार और पुरस्कार से भी नवाजा है। वैघराज रामफल पटेल का कहना है कि प्रकृति के पास हमारी हर बीमारी का ईलाज है और प्राकृतिक उपचार से कोई भी पुराना रोग बिल्कुल ठीक हो सकता है, यदि जड़ी बूटी से निर्मित औषधि का प्रयोग पद्धति के साथ किया जाए तो। वही आयुर्वेद दवाइयां रोगी को फायदा ही देती है और साइड इफेक्ट का खतरा नही रहता है तथा काफी फायदेमंद होता है। वैघराज पटेल ने कहा है कि किसी भी बीमारी से पीड़ित व्यक्ति उनके मोबाइल नम्बर 9424146093 पर सम्पर्क कर सकते है और सुबह 9 से शाम 6 बजे तक उनके औषधालय में आकर भेंट कर सकते है। यकीनन रोगी को सही उपचार और संतुष्टि मिलेगी।


सी एन आई न्यूज कोरबा छत्तीसगढ से सुनील दास महंत की रिपोर्ट।

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