छग प्रवास के अंतिम चरण में दुर्ग पहुंचे पुरी शंकराचार्य
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
दुर्ग - हिन्दू राष्ट्र के प्रणेता ऋग्वेदीय पूर्वाम्नाय श्रीगोवर्द्धनमठ पुरीपीठाधीश्वर अनन्तश्री विभूषित श्रीमज्जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी श्रीनिश्चलानंद सरस्वतीजी महाराज अपने राष्ट्रोत्कर्ष अभियान के तहत 27 फरवरी से अष्टदिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर हैं। इस तारतम्य में उन्होंने श्रीसुदर्शन संस्थानम् में दर्शन - संगोष्ठी -दीक्षा , मुरा में विशाल धर्मसभा , जामुल (भिलाई) में धर्मसभा को संबोधित किये। जामुल में सभी कार्यक्रमों की समाप्ति पश्चात पुरी शंकराचार्यजी आज शाम सड़क मार्ग से जामुल से लंगूरवीर हनुमान मंदिर दुर्ग के लिये रवाना हुये। यहां मानव सोनकर , नारायण शर्मा , हिमांशु शुक्ला, विनोद दुबे , प्रदीप साहू , कान्हा महाराज, प्रकाश राजपूत , पुष्पांजलि पंडा , शिवकुमारी द्विवेदी , किरण सिंह सहित शिष्यों एवं धर्मप्रेमियों द्वारा महाराजश्री का भव्य स्वागत किया गया। यहां महाराजश्री ने लंगूरवीर हनुमानजी का दर्शन किया , वहीं गुरूकुल के विद्यार्थियों एवं शिष्यों ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ किया। यहां से शंकराचार्यजी अग्रसेन वेलफेयर ट्रस्ट, टोल प्लाजा के पास बाईपास रोड दुर्ग पहुंचे , जहां उनका तीनदिवसीय निवास रहेगा। कल 04 मार्च को पूर्वान्ह साढ़े ग्यारह बजे दर्शन , संगोष्ठी - दीक्षा और पत्रकार वार्ता का कार्यक्रम आयोजित है। वहीं शाम चार बजे कान्हा महाराज एवं देवा महाराज की टीम द्वारा वाद्ययंत्रों के साथ भारतीय वेशभूषा में हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया जायेगा। इसके पश्चात पुरी शंकराचार्यजी शाम पांच बजे महाराजा अग्रसेन वेलफेयर ट्रस्ट ,टोल प्लाजा के पास , बाईपास रोड दुर्ग में विशाल हिन्दू राष्ट्र धर्मसभा को संबोधित करेंगे। अपने छग प्रवास के अंतिम दिन महाराजश्री का 05 मार्च को पूर्वान्ह साढ़े ग्यारह बजे अग्रसेन वेलफेयर ट्रस्ट में दर्शन , दीक्षा कार्यक्रम आयोजित है। यहां सभी कार्यक्रमों की समाप्ति के पश्चात पुरी शंकराचार्यजी रात्रि साढ़े आठ बजे सारनाथ एक्सप्रेस से प्रयागराज के लिये रवाना हो जायेंगे। पुरी शंकराचार्यजी द्वारा संस्थापित संगठन पीठ परिषद , आदित्यवाहिनी - आनन्दवाहिनी ने सभी श्रद्धालुओं से उक्त कार्यक्रमों में शामिल होकर दर्शन , श्रवण लाभ लेने की अपील की है। इसकी जानकारी श्रीसुदर्शन संस्थानम् , पुरी शंकराचार्य आश्रम / मीडिया प्रभारी अरविन्द तिवारी ने दी।
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