मुक्तिधाम सेवा समिति पिथौरा लावारिस लासों का सम्मानपूर्वक करते निशुल्क अंतिम संस्कार
कोई भी कार्य दृढ़ इच्छा शक्ति और बेसुमार जुनून के साथ किया जाय तो उसके अच्छी तरह पूर्ण होने में संदेह की कोई गुन्जाईस नही रहती कड़ी मेहनत से मिली सफलता लीगो के लिए प्रेरणा का श्रोत बन जाती है।कुछ इसी तरह की मेहनत और कुछ लोगो के जुनून ने पिथौरा नगर स्थित मुक्तिधाम को इस तरह सवारा है की आज वहां बैठकर लोगो को न केवल सुकून मिलता है
बल्कि वहां बुनियादी सुविधाओं और आवश्यकताओं को मुहैया करा दिया गया है इतना ही नही निर्धन तथा लावारिस लाशो के अंतिम संस्कार में भी समिति के लोग अपनी सक्रिय भूमिका निभा रहे है। तीन युवाओं की ऐसी सोच जो मृत शव को लगातार वर्षों से सम्मानपूर्वक दाह संस्कार कर समाज में एक नई सोच को जन्म दिया नगर का मुक्तिधाम वर्षों पहले इतनी गंदगी से भरा हुआ रहता था कि यदि किसी परिवार मौत हो जाती तो परिवार वालों को मुक्तिधाम में जाकर लकड़ी लेना पानी साफ सफाई सहित बैठक की पूर्ण व्यवस्था करनी पड़ती तब कहीं दाह संस्कार किया जाता । नगर के तीन युवाओं की यह सोचे आज से 8-10 साल से ऐसा कार्य किया कि आज नगर का हर एक सामाजिक जन इसकी तारीफ़ कर रहा है मुक्ति धाम कि साफ़ सफाई बिजली बैठक पानी बिजली बैठक व्यवस्था से लेकर अनेक लोगों ने चर्चा बस की परंतु कोई आगे नहीं आए । नगर के तीन युवक सयोग से नगर के प्रतिष्ठित व्यक्ति की मौत पर काठी में शामिल हुए संजोग ऐसा की तीन युवा एक ही स्थान पर बैठकर चर्चा कर ऐसा कदम उठाया की पिथौरा नगर के गंदगी भरे मुक्ति धाम का कायाकल्प हो गया बैठक हेतु चबूतरा निर्माण पैजन हेतु पानी टंकी नल जल योजना जलाने हेतु लकड़ी की उपलब्धता देना दरी ,बाल्टी , सहित अन्य सुविधाओं की व्यवस्था तीन युवको ने जन सहयोग से कर मुक्तिधाम का कायाकल्प कर दिया। मेन गेट में बिजली लाइट सहित फव्वारा पेड़ पौधा लगाकर नया संदेश समाज को दिया। शुरुआत में कुछ-कुछ परेशानी हुई लोगों ने ताने भी दिए पर ये तीन साथी नर सेवा नारायण सेवा के मूल को अपने दीलों में लेकर लोगों के तानों की बगैर परवाह किए मुक्ति धाम के विकास में आगे बढ़ते चले और आज नगर का हर नागरिक मुक्तिधाम सेवा समिति की तारीफ करता है।
नगर में किसी की मौत हो मुक्तिधाम सेवा समिति के सेवक सबसे पहले मुक्ति धाम में साफ सफाई पानी लकड़ी की व्यवस्था में पहले पहुंच जाते हैं मृतक के परिवार से संपर्क कर चर्चा कर लकड़ी उपलब्धता सुनिश्चित कर दुखी परिवार को सहयोग देते हैं। नगर के दानदाता जन्म मुक्तिधाम सेवा समिति को भरपूर सहयोग प्रदान भी करते हैं । सिर्फ साफ सफाई लकड़ी तक सीमित नहीं है नगर के निर्धन परिवार के दुख के समय निशुल्क दाह संस्कार हेतु सभी चीज उपलब्ध कराती है एवं स्वयं इस कार्य के लिए अपना पूरा समय देती है मुक्तिधाम सेवा समिति लावारिस लाशो का अंतिम संस्कार बगैर कोई शुल्क के निशुल्क करती है समिति द्वारा लगातार निर्धन परिवार को निशुल्क लकड़ी सहित अन्य सुविधा उपलब्ध कराकर एक अलग ही पहचान बनाई है मुक्तिधाम सेवा समिति द्वारा अभी तक 8 वर्षों में लगभग 15 से 20 निर्धन गरीब परिवार का दाह संस्कार निशुल्क कर तेरहवी भोज हेतु नगद धनराशि देकर सहयोग कर चुकी है ।वही समिति द्वारा करीब करीब 10 से 11 लावारिस लाशो का दाह संस्कार निशुल्क कर चुकी है साकरा पिथौरा थाना क्षेत्र में मिली लावारिस लाशो को पुलिस की मौजूदगी में विधिवत दाह संस्कार समिति कर चुकी है वहीं आसपास गांव के गरीब दुखी परिवार को मुक्तिधाम समिति यथा संभव सहयोग प्रदान कर अपने दायित्व का सफल निर्वहन कर रही है। इस समाज सेवा कार्य में जैसे तो नगर पिथौरा के सभी सामाजिक जनों का भरपूर सहयोग मुक्तिधाम सेवा समिति को मिल रहा है परंतु इस सेवा कार्य के प्रथम सूत्रधार नगर के राजेंद्र सिन्हा है समिति में तीन चार युवा है जो सतत सेवा कार्य में लगे हैं इनमे सर्वप्रथम अमृतपाल छाबड़ा (गोल्डी) , निधि कोठारी, छत्तीसगढ़िया साहित्यकार बंटी छत्तीसगढ़िया, एवं राजू सिन्हा है । आज मुक्तिधाम में साफ सफाई सहित अन्य सुविधाओं की उपलब्धता का श्रेय किसी को जाता है तो ये चार युवा को जो हकीकत में सच्ची सेवा कर तारीफ के हकदार हैं।
सी एन आई न्यूज़ रमेश श्रीवास्तव पिथौरा
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