जनजाति बच्चों की सुविधाओं को गिद्ध की तरह नोचना बंद करे प्रशासन-रमेश हिड़ामे
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पेंड्री राजनांदगांव के पालक समिति के अध्यक्ष रमेश हिड़ामे ने कहा है कि जबसे यह विद्यालय पारीनाला से पेंड्री आयी है तब से शिक्षकों की कमी व अव्यवस्थाओं से भरा हुआ है जिनको दूर करने की लंबे समय से पालकों द्वारा धरना आंदोलन ज्ञापन के माध्यम से मांग की जाती रही है लेकिन देश व प्रदेश में अलग-अलग सोंच की सरकार होने की वजह से ना नेता सुने ना अधिकारी! इस सत्र 24-25 में सभी28 पद की नियुक्ति भारत सरकार के माध्यम से की गयी है क्योंकि एकलव्य विद्यालय शत प्रतिशत केंद्रीय पोषित है जिसके लिये पालक समिति की ओर से भारत सरकार का आभार व्यक्त करते हैं लेकिन अभी तक कर्मचारीयों का ज्वाइनिंग ना करना चिंता का विषय बना हुआ है क्योंकि कुछ ही दिनों में सत्र प्रारम्भ होना है विगत पांच साल एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पेंड्री राजनांदगांव के बच्चों को पढ़ाई व अन्य सुविधाओं से बहुत ही ज्यादा परेशानी झेलना पड़ा है बच्चों को गणवेश जैसे अनेक सुविधा से भी वंचित होना पड़ा महसूस होता है कि जनजाति बच्चों के लिये सरकार की ईतनी सुविधा का ढींढोरा धरातल में शून्य नजर आती है लगता है प्रशासन में बैठे लोग सुविधाओं को गिद्ध की तरह नोचना चाहते हैं क्योंकि वर्तमान विभागीय आयुक्त व विभागीय मंत्री जी को भी प्रतिनिधि मंडल ने कार्यालय में जाकर लिखित में अवगत कराया गया है। मीडिया के माध्यम से मांग करते हैं कि एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय पेंड्री राजनांदगांव के लिये सभी चयनितों को अतिशीघ्र पदस्थ कराकर जनजाति बच्चों को उनके हक से वंचित होने से बचाया जाये।
जिला ब्यूरो योगेन्द्र सिंगने की रिपोर्ट
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