जिला सिवनी मध्यप्रदेश
सरकारी अस्पताल में भर्ती गर्भवती महिलाओं को नहीं मिल रहा नाश्ता भोजन
सी एन आई न्यूज सिवनी। आमजनों को शासन-प्रशासन की योजनाओं का लाभ सिवनी जिले में नहीं मिल रहा है। अधिकांश योजनाएं कागजों पर ही चल रही हैं। इसका जीता जागता उदाहरण बंडोल के सरकारी अस्पताल स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिल रहा है।
बंडोल के सरकारी अस्पताल में भर्ती होने वाली गर्भवती महिलाओं का यहां इलाज तो किया जा रहा है, वही नॉर्मल डिलीवरी भी हो रही है, लेकिन इस अवधि में भर्ती होने से लेकर छुट्टी होने के बीच में गर्भवती महिलाओं को सरकारी योजनाओं के तहत उन्हें चाय, नाश्ता, बिस्किट, दूध व भोजन जो मिलना है वह कई महीनो से नहीं मिल रहा है। अस्पताल में बाकायदा गर्भवती महिलाओं को दिए जाने वाला भोजन का चार्ट दीवाल में चिपका है, लेकिन उसे चार्ट के मुताबिक यहां उन्हें नाश्ता भी नसीब नहीं हो रहा है।
अस्पताल में भर्ती महिलाओं ने बताया कि भोजन नहीं मिलने के चलते परिजन अपने घरों से ही भोजन की व्यवस्था करते हैं। इस मामले में जब सीएमएचओ राजपाल सिंह ठाकुर से बात की गई तो उन्होंने इस मामले में जांच कर इसमें जो भी लापरवाही बरत रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात कही।
जनरेटर भी बंद – इसके साथ ही गर्मी के मौसम में जिले भर में बिजली भी गुल हो रही है। आंधी-तूफान के चलते वह गर्मी में लाइट गोल होने से पीएससी अस्पताल बंडोल में भी अंधकार छाया रहता है। लाइट जाने के बाद यहां पर एक बड़ा जनरेटर रखा गया है लेकिन वह भी पिछले 1 साल से महज शोभा की सुपारी बना हुआ है। लाइट गोल होने के बाद जनरेटर काम नहीं करता। इस मामले में भी यहां के स्वास्थ्य कर्मचारियों का कहना है कि जनरेटर में कुछ खराबी है तो वहीं कुछ का कहना है कि डीजल की व्यवस्था नहीं हो पाती इसके चलते हुए जनरेटर नहीं चला पा रहे हैं। ऐसे में मरीजों को भीषण गर्मी में लाइट गोल होने पर अत्यधिक परेशानी हो रही है। साथ ही नवजात शिशु को भी गर्मी में काफी दिक्कतें हो रही हैं।
वही इस मामले में यह भी जानकारी मिली है कि बंडोल अस्पताल के समीप रहने वाले एक परिवार से भोजन तैयार किया जाता था जो गर्भवती महिलाओं को दिया जाता था लेकिन उन्हें इसकी राशि कई महीनो से नहीं दी गई जिसके चलते उन्होंने भी भोजन देने भोजन देना बंद कर दिया है।
जिला ब्यूरो छब्बी लाल कमलेशिया की रिपोर्ट
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