विक्रम कुमार सूर्यवंशी की रिपोर्ट
जांजगीर:- सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति समाज में शिक्षा और सामाजिक कल्याण के साथ पर्यावरण संचेतना और पर्यावरण संरक्षण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष वृहद पौधारोपण किया जाता है। सूर्यांश प्रांगण सिवनी में लगाये गये पौधे अब धीरे-धीरे वृक्ष का रूप धारण कर रहे हैं।
प्रत्येक वर्ष बरसात के शुरुआत में पौधरोपण किया जाता है। विगत वर्ष सूर्यांश धाम खोखरा में भी वृहद स्तर पर पौधारोपण अभियान के तहत छायादार एवं फलदार पौधों का रोपण किया गया था जिनमें पीपल, बरगद, नीम, जामुन, अमरूद, गुलमोहर, करंज सहित अन्य फूलदार एवं फलदार पौधे शामिल है। पौधारोपण के पश्चात उसकी सुरक्षा के लिए कांटेदार तार का घेरा किया गया है। सूर्यांश धाम खोखरा में लगे छायादार एवं फलदार पौधों को सूर्यांश धाम के संरक्षकों हरदेेव टंडन एवं प्रो. गोवर्धन सूर्यवंशी द्वारा भीषण गर्मी एवं नवतपा में भी निरंतर सिंचाई और पानी दिया जा रहा है। विश्व पर्यावरण दिवस पर भी सभी पौधे को सिंचाई और पानी दिया जाएगा।
"जांजगीर जैसे मैदानी भाग जहां पर वनों की संख्या काम है वहां पर पौधारोपण पर उनका संरक्षण करना हमारा दायित्व है। हम शिक्षा के साथ पर्यावरण संचेतना और पर्यावरण संरक्षण का कार्य कर धरती मां को हरा भरा करने का काम निरंतर कर रहे हैं- हरदेेव टंडन (संरक्षक, सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति )"
"शिक्षा और समाज कल्याण के साथ हम निरंतर पर्यावरण संचेतना और पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रहे हैं इसलिए हम सूर्यांश प्रांगण सिवनी एवं सूर्यांश धाम खोखरा में निरंतर पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण कर रहे हैं। एक-एक पौधे का रोपण एवं उन पेड़ों का संरक्षण करने का संकल्प हम प्रत्येक वैवाहिक जोड़ों को सामूहिक आदर्श गौरव विवाह में कराते हैं ताकि पर्यावरण संरक्षण का संदेश समाज के अंतिम पंक्ति तक पहुंचा सके - प्रो. गोवर्धन सूर्यवंशी (संरक्षक, सूर्यांश शिक्षा उत्थान समिति)"
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