पत्रकार जूनियर हिंदुस्तानी की खबर
सी, एन न्यूज
कलम से समझौता नहीं
अपनी बात निडरता से
क्राइम रिपोर्टर
जनता के साथ उप सरपंच
पहले भी भ्रष्टाचार होने पर आवाज उठाई थी
कितनी जनप्रतिनिधि महिलाओं के पति का दखल
भरवेली के उप सरपंच राजेश बहेश्वर ने आज भरवेली पंचायत सरपंच गीता बिसेन सचिव दिनेवार एवं पंचायत कर्मचारी पर पर अपनी नाराजगी व्यक्त की पंचायत में अभी कई प्रकार से केवाईसी की जा रही है इसलिए जनता बहुत परेशान है आज अगर पंचायत खुली रहती तो सैकड़ो लोगों की केवाईसी हो जाती और पंचायत में ज्यादा भीड़ नहीं होने की वजह से जनता को कोई परेशानी नहीं होती राजेश बहेश्वर जनता की आवाज बन करके अपने वार्ड की ही नहीं बल्कि पूरे 20 वार्डों के उप सरपंच होने के नाते आवाज उठाई और दोषियों पर कार्रवाई करने कर्मचारियों का एक दिन का पेमेंट रोकने के लिए सामने आए जिला सीईओ से मांग की
पहले भी भ्रष्टाचार होने पर आवाज उठाई थी
राजेश बहेश्वर उपसरपंच ने करीब 1 वर्ष पहले भी लगभग १२ से १३ पंचों के साथ मिलकर के नई पंचायत भवन जो बन रही थी जिसकी गुणवत्ता को लेकर बनाने वाली एजेंसी एवं पंचों के निगरानी में बनाने के लिए मीडिया में खुलकर के सरपंच पति के खिलाफ पंचों के साथ आए थे और काफी दिन तक पंचायत में पंचों के साथ सक्रिय भूमिका में नजर आए थे और सरपंच मैडम से सवाल जवाब मांग रहे थे सरपंच पति से नहीं उपसरपंच के साथ अधिकांश पंचों के साथ ही पंचायत में पंचो एवं उपसरपंच की गरिमा को बनाए रखने में कई बार पंचों के साथ मीटिंग रख चुके हैं पूर्व आयुष मंत्री पूर्व विधायक वर्तमान विधायक के सामने अपनी समस्या रखी की हमें जनता ने जिस उद्देश्य से निर्वाचित किया है तो हमें पंचायत में सम्मान दें परंतु किसी भी नेता ने पांचों की एवं उप सरपंच की lसमस्या को गंभीरता से नहीं लिया आखिर ऐसा क्यों सवाल बना हुआ है
कितनी जनप्रतिनिधि महिलाओं के पति का दखल
सरपंच ही नहीं पंच पतियों का भरवेली पंचायत में रहता है पूरा दखल बहुत सी महिला पंचायत कभी- कभी- पंचायत आती है आती है पंचायत में क्या हो रहा है सिर्फ उसका पति ही जानता है और कहीं अगर पत्नी की आवश्यकता होती है तब हस्ताक्षर करने के लिए या कोई कार्यक्रम होगा तभी नजर आती है यहां समस्या भरवेली पंचायत की नहीं अधिकांश पंचायत में यही हो रहा है सरकार और हमारे पंचायत मंत्री श्री प्रहलाद पटेल जी ने महिला सशक्तिकरण महिलाओं को सशक्त करने में उसके पति का कोई भी हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जाएगा परंतु जमीन स्तर पर सच्चाई कुछ और नजर आती है आखिर ऐसा क्यों सवाल बना हुआ है
सरपंच पति उप सरपंच
दोनों एक ही पार्टी भाजपा के सदस्य सरपंच पति अनिल बिसेन की बात करें तो वहां अभी- ज्यादा समय बीजेपी पार्टी में नहीं हुए हैं पहले राजनीति में सक्रिय होने के लिए वर्तमान विधायक आनुभा मुंजारे जी जो पहले निर्दलीय चुनाव लड़ती थी उनके नाम के साथ आगे चल अपनी पकड़ बनाने में फिर सक्रिय राजनीति कांग्रेस के साथ की जनपद पंचायत से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में भुरू पटेलजी जनपद पद के अध्यक्ष के लिए कांग्रेस ने खड़ा किया था परंतु अनिल बिसेन वोट डालने ही नहीं पहुंचे उसके बाद भाजपा ज्वाइन कर ली राजेश बहेश्वर की बात करें तो पार्टी के लिए पार्टी को और वोट दिलाने के लिए निस्वार्थ कार्य करते हैं बल्कि बीजेपी के लिए यही अकेले कार्यकर्ता नहीं इनका परिवार भी भाजपा समर्थक है और पार्टी के लिए लोगो से वोट भी मांगते हैं राजेश बालेश्वर के साथ बहुत सारे पंच ऐसे भी है जो भाजपा का समर्थन करते हैं और उनके कार्यकर्ता है भाजपा पार्टी हमेशा कार्यकर्ताओं को मजबूत बनाने का कार्य करती है परंतु यहां सच्चाई कुछ और ही नजर आ रही है जिस तरह से उप सरपंच एवं पंचों के साथ हो रहा है ऐसे समर्पित कार्यकर्ताओं को गंभीरता से लगी या फिर अभी-अभी आए दूसरे पार्टी के नेता को महत्व देगी यहां सवाल बना हुआ है
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