🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पंचांग, ( मंगलवार )27 मई 2025🗓
सूर्योदय: 🌄 ०५:३८
सूर्यास्त: 🌅 ०७:०९
चन्द्रोदय: 🌝 ❌❌❌
चन्द्रास्त: 🌜१९:४९
अयन 🌖 उत्तरायणे (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🌞 ग्रीष्म
शक सम्वत: 👉 १९४७ (विश्वावसु)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८२ (सिद्धार्थी)
मास 👉 ज्येष्ठ
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 अमावस्या (०८:३१ से प्रतिपदा, २९:०२ से द्वितीया)
नक्षत्र 👉 कृत्तिका (०५:३२ से रोहिणी, २६:५० से मृगशिरा)
योग 👉 सुकर्मा (२२:५४ से धृति)
प्रथम करण 👉 नाग (०८:३१ तक)
द्वितीय करण 👉 किंस्तुघ्न (१८:४५ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 वृष
चंद्र 🌟 वृष
मंगल 🌟 कर्क (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध 🌟 वृष (अस्त, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 मिथुन (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र 🌟 मीन (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मीन (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 कुम्भ
केतु 🌟 सिंह
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४६ से १२:४२
अमृत काल 👉 २४:०० से २५:२५
द्विपुष्कर योग 👉 २९:०२ से २९:१७
सर्वार्थ सिद्धि योग 👉 ०५:१७ से ०५:३२
विजय मुहूर्त 👉 १४:३३ से १५:२९
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:०९ से १९:३०
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:११ से २०:११
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५४ से २४:३४
राहुकाल 👉 १५:४३ से १७:२७
राहुवास 👉 पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०८:४६ से १०:३०
दुर्मुहूर्त 👉 ०८:०४ से ०९:००
होमाहुति 👉 केतु (०५:३२ से सूर्य)
दिशा शूल 👉 उत्तर
नक्षत्र शूल 👉 पश्चिम (०५:३२ से २६:५०)
अग्निवास 👉 पाताल
चन्द्र वास 👉 दक्षिण
शिववास 👉 गौरी के साथ (०८:३१ से श्मशान में, २९:०२ से गौरी के साथ)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ - रोग २ - उद्वेग
३ - चर ४ - लाभ
५ - अमृत ६ - काल
७ - शुभ ८ - रोग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ - काल २ - लाभ
३ - उद्वेग ४ - शुभ
५ - अमृत ६ - चर
७ - रोग ८ - काल
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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दक्षिण-पूर्व (धनिया अथवा दलिया का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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देव कार्य हेतु ज्येष्ठ भौमवती अमावस्या, भावुका अमावस्या, श्री गंगा दशाश्वमेघ स्नान आरम्भ, संत ज्ञानेश्वर जयन्ती, करवीर व्रत, बुढवा मंगल आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ०५:३२ तक जन्मे शिशुओ का नाम कृतिका नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ए) नामाक्षर से तथा इसके बाद २६:५० तक जन्मे शिशुओ का नाम रोहिणी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ओ, वा, वी, वू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम मृगशिरा नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (वे) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
वृषभ - २८:३९ से ०६:३४
मिथुन - ०६:३४ से ०८:४९
कर्क - ०८:४९ से ११:१०
सिंह - ११:१० से १३:२९
कन्या - १३:२९ से १५:४७
तुला - १५:४७ से १८:०८
वृश्चिक - १८:०८ से २०:२७
धनु - २०:२७ से २२:३१
मकर - २२:३१ से २४:१२+
कुम्भ - २४:१२+ से २५:३८+
मीन - २५:३८+ से २७:०१+
मेष - २७:०१+ से २८:३५+
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पञ्चक रहित मुहूर्त
अग्नि पञ्चक - ०५:१७ से ०५:३२
शुभ मुहूर्त - ०५:३२ से ०६:३४
रज पञ्चक - ०६:३४ से ०८:३१
अग्नि पञ्चक - ०८:३१ से ०८:४९
शुभ मुहूर्त - ०८:४९ से ११:१०
रज पञ्चक - ११:१० से १३:२९
शुभ मुहूर्त - १३:२९ से १५:४७
चोर पञ्चक - १५:४७ से १८:०८
शुभ मुहूर्त - १८:०८ से २०:२७
रोग पञ्चक - २०:२७ से २२:३१
शुभ मुहूर्त - २२:३१ से २४:१२+
मृत्यु पञ्चक - २४:१२+ से २५:३८+
मृत्यु पञ्चक - २५:३८+ से २६:५०+
अग्नि पञ्चक - २६:५०+ से २७:०१+
शुभ मुहूर्त - २७:०१+ से २८:३५+
शुभ मुहूर्त - २८:३५+ से २९:०२+
मृत्यु पञ्चक - २९:०२+ से २९:१७+
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