महाराणा प्रताप जयंती आज ,महाराणा प्रताप जी अद्भुत शौर्य, अदम्य साहस, और दृढ़ संकल्प के अद्वितीय प्रतीक हैं ।
सी एन आइ न्यूज-पुरुषोत्तम जोशी।
महाराणा प्रताप जी एक ऐसे महान योद्धा एवं शासक थे,जिन्होंने राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी पर अधर्म के आगे झुके नहीं, महाराणा प्रताप जयंती मेवाड़ के वीर राजपूत राजा महाराणा प्रताप सिंह के जन्म दिवस की स्मृति में मनाई जाती है। उन्हें विशेष रूप से राजस्थान में सहित पूरे भारतवर्ष में शौर्य, साहस और देशभक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है।
मुगल साम्राज्य के विस्तार के विरुद्ध उनके प्रबल प्रतिरोध ने उन्हें भारतीय इतिहास में अमर बना दिया है। हल्दीघाटी के युद्ध में अकबर की विशाल सेना का सामना करते हुए उन्होंने जो वीरता दिखाई, वह आज भी राष्ट्रभक्ति और स्वाभिमान की प्रेरणा देती है। यह जयंती न केवल उनके जन्म का उत्सव है, बल्कि उनके आदर्शों, विरासत और भारत की सांस्कृतिक धरोहर में दिए गए अमूल्य योगदान का सम्मान भी है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, महाराणा प्रताप का जन्म ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हुआ था। इस साल यह तिथि दिन गुरुवार, 29 मई को देर रात 01 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इसका समापन रात्रि 11 बजकर 18 मिनट पर होगा। ऐसे में इस साल महाराणा प्रताप जयंती 29 मई, 2025 को मनाई जाएगी।
महाराणा प्रताप जयंती विशेष रूप से राजस्थान, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में एक महत्वपूर्ण पर्व के रूप में मनाई जाती है। इस दिन लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। साथ ही विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम, शोभा यात्राएं और सभाएं आयोजित की करते हैं। लोग महाराणा प्रताप के जीवन और उनके संघर्षों को याद करते हैं। वहीं, इस मौके पर उनकी वीरता, देशभक्ति और स्वाभिमान की कहानियां भी सुनाई जाती हैं, जो आज भी लोगों को प्रेरित करती हैं। इसके अलावा कई स्थानों पर विशेष पूजा-अर्चना और भंडारे का भी आयोजन किया जाता है।
महाराणा प्रताप का मुगल सम्राट अकबर के साथ हल्दीघाटी का युद्ध, इतिहास में अमर है। उन्होंने अपनी मातृभूमि मेवाड़ की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। उनकी अटल इच्छाशक्ति और कभी हार न मानने वाले जज्बे को आज भी याद किया जाता है।
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