🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पंचांग, ( गुरूवार ) 12 जून 2025🗓
सूर्योदय: 🌄 ०५:३६
सूर्यास्त: 🌅 ०७:१६
चन्द्रोदय: 🌝 २०:३५
चन्द्रास्त: 🌜०५:३७
अयन 🌖 उत्तरायणे (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🌞 ग्रीष्म
शक सम्वत: 👉 १९४७ (विश्वावसु)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८२ (सिद्धार्थी)
मास 👉 आषाढ
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 प्रतिपदा (१४:२७ से द्वितीया)
नक्षत्र 👉 मूल (२१:५७ से पूर्वाषाढ)
योग 👉 शुभ (१४:०५ से शुक्ल)
प्रथम करण 👉 कौलव (१४:२७ तक)
द्वितीय करण 👉 तैतिल (२६:५६ तक)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 वृष
चंद्र 🌟 धनु
मंगल 🌟 सिंह (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध 🌟 मिथुन (उदय, पश्चिम, मार्गी)
गुरु 🌟 मिथुन (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र 🌟 मेष (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मीन (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 कुम्भ
केतु 🌟 सिंह
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४९ से १२:४५
अमृत काल 👉 १५:०४ से १६:४८
विजय मुहूर्त 👉 १४:३७ से १५:३४
गोधूलि मुहूर्त 〰️ १९:१७ से १९:३७
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:१९ से २०:१८
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५७ से २४:३७
राहुकाल 👉 १४:०२ से १५:४८
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०५:१५ से ०७:००
दुर्मुहूर्त 👉 ०९:५६ से १०:५२
होमाहुति 👉 चन्द्र (२१:५७ से मंगल)
दिशा शूल 👉 दक्षिण
अग्निवास 👉 पाताल (१४:२७ से पृथ्वी)
चन्द्र वास 👉 पूर्व
शिववास 👉 गौरी के साथ (१४:२७ से सभा में)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
☄चौघड़िया विचार☄
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ - शुभ २ - रोग
३ - उद्वेग ४ - चर
५ - लाभ ६ - अमृत
७ - काल ८ - शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ - अमृत २ - चर
३ - रोग ४ - काल
५ - लाभ ६ - उद्वेग
७ - शुभ ८ - अमृत
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
पूर्व-उत्तर (दही का सेवन कर यात्रा करें)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
〰️〰️〰️〰️
आषाढ कृष्ण पक्ष आरम्भ, गुरू हर गोविन्द सिंह जयन्ती, नींव खुदाई एवं गृहारम्भ मुहूर्त प्रातः ०७:२५ से प्रातः ०९:०७ तक आदि।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज २१:५७ तक जन्मे शिशुओ का नाम मूल नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (भ, भी) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाषाढ नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (भू, धा) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
उदय-लग्न मुहूर्त
वृषभ - २७:३६ से ०५:३१
मिथुन - ०५:३१ से ०७:४६
कर्क - ०७:४६ से १०:०७
सिंह - १०:०७ से १२:२६
कन्या - १२:२६ से १४:४४
तुला - १४:४४ से १७:०५
वृश्चिक - १७:०५ से १९:२४
धनु - १९:२४ से २१:२८
मकर - २१:२८ से २३:०९
कुम्भ - २३:०९ से २४:३५+
मीन - २४:३५+ से २५:५८+
मेष - २५:५८+ से २७:३२+
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
पञ्चक रहित मुहूर्त
चोर पञ्चक - ०५:१५ से ०५:३१
शुभ मुहूर्त - ०५:३१ से ०७:४६
रोग पञ्चक - ०७:४६ से १०:०७
शुभ मुहूर्त - १०:०७ से १२:२६
मृत्यु पञ्चक - १२:२६ से १४:२७
अग्नि पञ्चक - १४:२७ से १४:४४
शुभ मुहूर्त - १४:४४ से १७:०५
रज पञ्चक - १७:०५ से १९:२४
शुभ मुहूर्त - १९:२४ से २१:२८
चोर पञ्चक - २१:२८ से २१:५७
शुभ मुहूर्त - २१:५७ से २३:०९
रोग पञ्चक - २३:०९ से २४:३५+
शुभ मुहूर्त - २४:३५+ से २५:५८+
शुभ मुहूर्त - २५:५८+ से २७:३२+
रोग पञ्चक - २७:३२+ से २९:१५+
〰️〰️〰️〰️〰️〰️
पंडित भूपेंद्र श्रीधर सतपति ज्योतिषाचार्य एम ए संस्कृत हस्तरेखा वास्तु शास्त्र भूमि भवन में वास्तु दोष निवारण पारिवारिक जीवन में तनाव बच्चों को पढ़ाई में मन नहीं लगता विवाह विलम्ब राज़ योग भाग्योदय व्यापार व्यवसाय में वृद्धि जन्म कुंडली निर्माण कालसर्प योग मांगलिक योग पितृ दोष निवारण भविष्य में होने वाले घटनाक्रम की जानकारी विदेश यात्रा पति-पत्नी में मतभेद प्रेम प्रसंग में सफलता ज्योतिष परामर्श ज्योतिष कार्यालय जोगनीपाली तहसील पोस्ट थाना सरायपाली जिला महासमुंद 9926826570
फोन 8889391334
〰️〰️〰️〰️〰️
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.