भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार हेतु समझौते पर हुआ हस्ताक्षर
अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
लंदन - अपनी दो-दिवसीय यात्रा के पहले चरण में बुधवार को ब्रिटेन पहुंचे भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ऐतिहासिक मुक्त व्यापार समझौते (फ्री ट्रेड एग्रीमेंट) पर हस्ताक्षर करके द्विपक्षीय संबंधों को और भी मजबूत कर दिया। इससे ब्रिटिश व्हिस्की , कारों और कई वस्तुओं पर टैरिफ में कमी आने के साथ ही द्विपक्षीय व्यापार में सालाना लगभग चौतीस अरब अमेरिकी डॉलर की बढ़ोत्तरी भी होगी। समझौते के बाद भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने कहा - आज हमारे संबंधों में एक ऐतिहासिक दिवस है। मुझे खुशी है कि कई वर्षों की मेहनत के बाद आज दोनों देशों ने व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता संपन्न हुआ है। इस समझौते से व्यापार , निवेश और रणनीतिक सहयोग को नई दिशा मिलेगी , यह करार दोनों देशों के नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनायेगा और आर्थिक विकास को गति भी देगा। समझौता महज आर्थिक साझेदारी नहीं है , बल्कि साझा समृद्धि की योजना है। ये समझौता भारत के युवाओं , किसानों , मछुआरों के लिये विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध होगा। एक ओर भारतीय टेक्सटाइल्स , फुटवियर , रत्न और आभूषण , सी-फूड और इंजीनियरिंग गुड्स को ब्रिटेन में बेहतर बाजार पहुंच मिलेगी। भारत के ऐग्रिकल्चर उत्पादन और प्रोसेस्ड फूड उद्योग के लिये ब्रिटेन के बाजार में नये अवसर बनेंगे। वहीं दूसरी ओर भारत के लोगों और उद्योग के लिये ब्रिटेन में बने उत्पाद जैसे मेडिकल डिवाइसेज और एयरोस्पेस पार्ट्स सुलभ और किफायती दरों पर उपलब्ध हो सकेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि अगले दशक में हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को नई गति और ऊर्जा देने के लिये आज हम विजन 2035 पर भी बात करेंगे। यह टेक्नोलॉजी , डिफेंस , क्लाइमेट , एजुकेशन और पीपल-टू-पीपल कनेक्ट के क्षेत्रों में एक मजबूत , भरोसेमंद और महत्वाकांक्षी साझेदारी का रोडमैप होगा। मुक्त व्यापार समझौते पर दोनो देशों के हस्ताक्षर के बाद पीएम मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर से मुलाकात की और क्रिकेट का उदाहरण देकर दोनों देशों के रिश्ते की गहराई को उजागर किया। पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहले मैं प्रधानमंत्री स्टार्मर के गर्मजोशी भरे स्वागत-सत्कार के लिए, हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा - हम दोनों के लिये क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं , बल्कि एक जुनून है। और यह हमारी साझेदारी का एक बेहतरीन उदाहरण भी है। कभी-कभी स्विंग और चूक हो सकती है , लेकिन हम हमेशा सीधे बल्ले से खेलते हैं। हम एक मजबूत और उच्च स्कोर वाली साझेदारी बनाने के लिये प्रतिबद्ध हैं। इस दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टार्मर ने भी इस समझौते को ऐतिहासिक करार बताते हुये कहा कि यह समझौता दोनों देशों के लिये खासकर कामगारों , व्यापारियों और निवेशकों के लिये फायदेमंद होगा। इससे पहले वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और उनके ब्रिटिश समकक्ष जोनाथन रेनॉल्ड ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष कीर स्टारमर की मौजूदगी में इस समझौते पर हस्ताक्षर किये। भारतीय अधिकारियों के मुताबिक इस एफटीए से निन्यानबे प्रतिशत भारतीय निर्यात को फायदा होने की उम्मीद है। इससे ब्रिटिश कंपनियों के लिये भारत में व्हिस्की , कारों के साथ साथ अन्य उत्पादों का निर्यात आसान हो जायेगा और इससे समग्र व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.