राजनांदगांव
मुन्नेलाल लिल्हारे राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित तीन दशक से भी अधिक समय से शिक्षा जगत को समर्पित है लिल्हारे का जीवन
राजनांदगांव डोंगरगढ़ शिक्षा के क्षेत्र में विगत तीन दशक से भी अधिक समय से सेवा दे रहे शासकीय मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक मुन्नेलाल लिल्हारे को शिक्षक दिवस के अवसर पर विगत दिनों छत्तीसगढ़ के महामहिम राज्यपाल ने पुरस्कार दिया है गौरतलब है
कि वह राजनांदगांव जिले से एकमात्र शिक्षक रहे हैं श्री लिल्हारे ने अपने शिक्षकीय जीवन के बारे में बताया कि उन्होंने अब तक हजारों बच्चों को निशुल्क शिक्षा दिया है जिसमें कई बच्चे केंद्रीय विद्यालय में सेलेक्ट होकर पढ़ाई कर रहे हैं इसी तरह उन्होंने स्वच्छता पर भी खास काम किया है वृक्षारोपण पर भी उन्होंने विशेष ध्यान दिया है जब हमारे संवाददाता से उन्होंने बात किया तो बताया कि उन्हें राज्यपाल पुरस्कार मिलने की जानकारी नहीं थी लेकिन जब उनका प्रोफाइल मंगाया गया तब पता चला कि उन्हें राज्यपाल पुरस्कार मिलने वाला है उन्होंने इसके लिए महामहिम सहित छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है साथ ही उन्होंने कहा कि वह हमेशा अनुशासित रहते हैं क्योंकि शिक्षकों को अनुशासन का पालन करना चाहिए श्री लिल्हारे को 2012-13 में मुख्यमंत्री गौरव अलंकरण पुरस्कार भी मिल चुका है इसी तरह 2022-23 में श्रेष्ठ प्रधान पाठक का अवार्ड मिल चुका है वह लगातार शिक्षक में नवाचार प्रयोग कर शैक्षणिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं उनकी इस उपलब्धि पर गांव वालों ने उनका जोरदार स्वागत अभिनंदन किया और मुसरा व्यापारी संघ के द्वारा प्रधान पाठक मुन्नेलाल लिल्हारे का स्वागत अभिनंदन किया इस अवसर पर
सी एन आई न्यूज़ के लिए संतोष सहारे की रिपोर्ट
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