अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर - आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत दो दिवसीय प्रवास पर छत्तीसगढ़ पहुँचे हैं। आज उन्होंने जागृति मंडल गोविंदनगर रायपुर में छत्तीसगढ़ और महाकौशल प्रांत के संघ के बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक ली। इसके पहले उन्होंने यहाँ पौधारोपण भी किया। बैठक समापन सत्र को संबोधित करते हुये सरसंघचालक डॉ० मोहन भागवत ने कहा-भारत एक बार फिर विश्व के सामने सही दिशा में चलने विश्व को प्रेरित करनेवाला रहेगा। इस पूरे बैठक में उन्होंने आत्मनिर्भर भारत विषय पर जोर देते हुये इस योजना का जमीनी स्तर पर काम हो सके, यह सुनिश्चित किया गया। समाज के सहयोग से संघ द्वारा कोरोना काल में प्रवासी श्रमिकों के लिये चलाये जा रहे प्रकल्पों पर भी चर्चा हुई। खास तौर पर पर्यावरण, स्वदेशी, ग्राम विकास और सामाजिक समरसता विषयों पर संघ ने बैठक में चर्चा की। देश को स्वावलंबी, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिये सर्वत्र प्रयत्न हो रहे हैं , ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने की आवश्यकता है। इसके अलावा कुटीर उद्योगों की गुणवत्ता को बल देने की आवश्यकताओं पर चर्चा हुई , अब इन्हीं मुद्दों पर छत्तीसगढ़ में संघ को काम करना होगा। बैठक के बाद डॉ० मोहन भागवत ने कहा कि भारत की जलवायु, भारत की भूमि, भारत की मान्यतायें ,भारत की परंपरायें , भारत का सामर्थ्य इतना है कि यदि हम सब संकल्प लेंगे, तो भारत को आत्मनिर्भर बनाने में कोई कठिनाई नहीं है। देश के स्वाभिमान, देश के स्वावलंबन इस प्रकार हम सब इसका विचार करते हुये अपना देश आत्मनिर्भर बनने के लिये मैं एक व्यक्ति के नाते, हम एक समूह के नाते हमारी जो जिम्मेदारियांँ है, उसका हम पालन करेंगे। आत्मनिर्भर बनाने में हम अपना व्यक्तिगत और सामूहिक जीवन में जितना आवश्यक बातों को अंगीकार करेंगे, तो यह देश एक बार फिर विश्व के सामने सही दिशा में चलने विश्व को प्रेरित करने वाला रहेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में छत्तीसगढ़ सरकार की ‘गोधन न्याय योजना’ को लेकर भी चर्चा हुई । संघ की ओर से इस योजना की जानकारी डा०भागवत को दी गयी थी। बीते दिनों संघ के लोगों ने इस योजना की तारीफ करते हुये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की थी और कहा था कि गौ संरक्षण को लेकर यह अच्छी योजना साबित होगी और इसका बेहतर तरीके से क्रियांवयन जरुरी है।
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