सुरेंद्र मिश्रा रिपोर्टर
जिला पंचायत बिलासपुर अंतर्गत कोटा ब्लाक सरपंच इन दिनों अपने अधिकारियो के एक आदेश हैरान एवं चिंतित है क्या? मामला ये है की शासन प्रशासन ने प्रवाशी मजदूरों को अपने घर पहुंचने से पहले उसे 7 -14 दिनों तक शासन द्वारा व्यस्था की गयी कोरोन्टाइन सेंटर मे रहना होगा और डॉक्टरो के चेकअप के बाद ही उसे घर जाने दिया जायेगा है
किन्तु इस बार कोटा जनपद क्षेत्र के सरपंचगण कोरोंटाइन सेंटर बनाने के लिए हाँथ खड़े कर रहे है क्योंकि अधिकारियो ने अब तक मौखिक आदेश दिये है लिखित आदेश मांग रहे है सरपंचगण क्योंकि दूसरे फंड से राशि खर्च करने पर सरपंचो को ही फंसना होता है और मौखिक आदेश पर किये काम का पैसा भी जनपद से नहीं मिलता है आइये जानते है कोटा ब्लॉक सरपंचो ने क्या कहा
मनोहर लाल ध्रुव सरपंच संघ अध्यक्ष कोटा
कोरोंटाइन सेंटर बनाने मे जो भी दिक्क़त सरपंचगण बता रहे है उस दिक्क़त को दूर करने के लिए हम लोग उच्च अधिकारियो से बैठक कर इस समस्या को हल निकलवाने की कोशिश करेंगे.
प्रभु जगत सरपंच संघ कोटा उपाध्यक्ष प्रतिनिधि
बिना कोरोंटाइन फंड के काम थोड़ी होगा कोरोंटाइन सेंटर बनाने के लिए पैसा आएगा तो काम किया जायेगा मौखिक आदेश को थोड़ी न मानेंगे
विजय कोल सरपंच संघ कोटा उपाध्यक्ष
कोविड 19 वैक्सीन लगवाने के लिए वाहन इत्यादि पर खर्च हुवा है अभी तक बिल पास नहीं हुवा है अब कोरोंटाइन सेंटर बनाने के मौखिक आदेश आये है ज़ब तक लिखित आदेश नहीं आएगा तब तक मौखिक आदेश मान्य नहीं
अल्का राज भैसाझार सरपंच संघ कोटा सदस्य
हमने कर्ज लेकर कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए वाहन किराये पे लिए थे उसका भुगतान तो हुवा नहीं है अब कोरोंटाइन सेंटर बनाने के लिए पैसा कहा से आएगा और प्रति व्यक्ति 60 रूपये खर्च करना होता है जो कम है उससे ज्यादा खर्च हो जाता है पिंटू मरकाम सरपंच प्रतिनिधि खुर्द ऊर्फ 15 वित्त मे इतने नियम धीयम है कि बिना इस्टीमेट आप पैसे ख़र्च नहीं कर पावोगे पंचायत में अलग से पैसा तो नहीं है कि कोई कोरोंटाइन सेंटर में खर्च किया जा सके भास्कर साहू सरपंच भारद्वाज कोरोंटाइन सेंटर बनवाने के लिए अलग से फंड नहीं है और हम लोग दूसरे फंड से व्यवस्था करते हैं शिकायत पर जांच बैठा दिया जाता है
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