अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर - प्रदेश में चार माह बाद आंगनबाड़ी केन्द्र सोमवार 26 जुलाई से फिर से खुलेंगे। इससे पहले कोविड-19 के कारण 22 मार्च से आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन बंद रखते हुये हितग्राहियों को घर पहुंचाकर सूखा राशन दिया जा रहा था। विगत 20 जुलाई को आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में आंगनबाड़ी केंद्रों को दो पालियों में संचालित करने का निर्णय लिया गया है। इसके बाद महिला एवं बाल विकास विभाग ने 26 जुलाई से जिले की सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों को कोविड-19 के दिशा-निर्देश का पालन करते हुये फिर से शुरू करने के सशर्त निर्देश जारी कर दिये हैं। कंटेनमेंट जोन अथवा जिला प्रशासन द्वारा बंद करने का निर्णय लिए क्षेत्रों में आंगनबाड़ी संचालित नहीं होंगे। उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ जैसी अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं का मानना है कि कोविड-19 के कारण कुपोषण में बढ़ोत्तरी हो सकती है , इसलिये कुपोषण को रोकने के लिए कारगर कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। इसे ध्यान में रखते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को दोपहर का गरम भोजन और स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस को कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुये प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया है। इस दौरान तीन से छह वर्ष तक के बच्चों , गर्भवती महिलाओं और सुपोषण अभियान के हितग्राहियों को आंगनबाड़ी आने की अनुमति होगी। केन्द्र में बच्चों को भेजने हेतु पालकों की सहमति लिये जाने के निर्देश भी दिये गये है। केन्द्र में हितग्राहियों को अलग-अलग समूह में अलग अलग समय पर बुलाया जायेगा। एक समय में 15 व्यक्तियों से अधिक लोग भवन में नहीं होंगें। सभी संभागीय आयुक्तों , कलेक्टरों और महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारियों को आंगनबाड़ी केन्द्रों को खोलन के पहले सेनेटाईज करने , हितग्राहियों की स्क्रीनिंग करने , बीमारियों का प्रबंधन , मास्क पहनने , फिजिकल डिस्टेंसिंग पालन करने, खाना पकाने के बर्तनों को साफ करने और भोजन पकाने के संबंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। इस संबंध में सभी पर्यवेक्षकों , आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ और सहायिकाओं को प्रशिक्षण देने भी कहा गया है। सभी अधिकारियों को जारी दिशा निर्देश का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने कहा गया हैे।
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