हेमंत सिरमौर रिपोर्टर रायपुर
छत्तीसगढ़ अतिथि व्याख्याता महासंघ के पदाधिकारियों का कहना है कि शासकीय महाविद्यालयों में अतिथि व्याख्याता के रूप में वर्षों से कार्यरत प्राध्यापक आज इस करोना काल में बेरोजगारी की थपेड़े झेल रहे हैं। 31 जुलाई को सेवा अवधि समाप्त होने के बाद मंत्री उच्च शिक्षा विभाग का आश्वासन धरे के धरे नजर आ रहे हैं जबकि छत्तीसगढ़ के समस्त महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र चालू होना है
महाविद्यालयों में वर्षों से शैक्षणिक कार्य के बागडोर संभाले हुए अतिथि व्याख्याताओं का कहना है कि उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुखों से मेल मिलाप करने के बाद यह जानकारी सामने आई है की अतिथि व्याख्याताओं की नियुक्ति अनुमति वित्त विभाग में लटकी हुई है और वित्त विभाग माननीय छत्तीसगढ़िया मुख्यमंत्री के पास है इसलिए हम सभी छत्तीसगढ़ के अतिथि व्याख्याता जो नियमित्त कई-कई सालों से सेवा देते आ रहे हैं उसे तुरंत नियुक्ति देने की महती कृपा करें क्योंकि हमें कई बातें तो नहीं बस एक बातें याद है ॑॑अब नहीं निकाले जाएंगे कोई अनियमित काम करने वालेऺ ऺ जो आज करोना काल की आपात परिस्थिति में विपरीत नजर आ रहे हैं लेकिन माननीय मुख्यमंत्री जी, छत्तीसगढ़ शासन से समस्त छत्तीसगढ़ के महाविद्यालय अतिथि व्याख्याताओं के द्वारा प्रार्थना है कि अन्य राज्यों की तरह तुरंत प्रभाव से नियुक्ति दिलवाने की कृपा करें
यह जानकारी महासंघों के प्रमुख जिसमें डॉ अजय शर्मा, प्रेमचंद देवांगन,महेंद्र शिवारे, अमित दुबे,रविंद्र सिंह, शिचरण बंजारे, मोहित प्रताप, राजेंद्र केंद्रे, डॉ आशीष धर दीवान, भूपेंद्र कुमार राकेश भूपेंद्र कुमार राकेश के द्वारा कही गई एवं समस्त पदाधिकारियों के द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी से जल्द से जल्द नियुक्ति दिलवाने के लिए अनुनय विनय निवेदन किए।
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