अवैध शराब में प्रयुक्त जप्त वाहन को बगैर नम्बर प्लेट दौड़ा रही आबकारी विभाग।
एक दिन में दो जप्त वाहनों को छुड़ाने आबकारी विभाग के अधिकारी का छुटा पसीना।
छुरिया -ताहिर खान :- चिचोला पुलिस चौकी क्षेत्र में नेशनल हाईवे ओवर ब्रिज के नीचे बने हाईवे रेस्टोरेंट चिचोला में आबकारी पद पर आरक्षक ने पान ठेला संचालक व अन्य व्यक्ति के साथ मारपीट करने का घटना सामने आया है। जहां चिचोला पुलिस चौकी से मिली जानकारी के अनुसार बीती रात को आबकारी विभाग में आरक्षक के पद पर पदस्थ राकेश दुबे और दुर्गेश दुबे ने चिचोला बस स्टैंड में हाईवे रेस्टोरेंट के पास पान ठेला संचालक मनीष पार्वती पिता देव सिंह पड़ोसी उम्र 29 वर्ष निवासी बाघनदी और पवन अग्रवाल पिता मदन अग्रवाल उम्र 23 वर्ष निवासी रंगीटोला चिचोला के साथ मारपीट किया गया। जिसपर दोनों प्रार्थी ने चिचोला में शिकायत दर्ज कराया गया है कि आबकारी विभाग के आरक्षक राकेश दुबे व दुर्गेश दुबे के ऊपर अपराध पंजीबद्ध कर आगे की कार्यवाही किया जा रहा है वहीं आरक्षक दुबे बगैर नंबर की स्कॉर्पियो वाहन को जो उपयोग किया उसे चिचोला पुलिस चौकी ने अपने कब्जे में लेकर जप्ती कार्यवाही किया है वही सुत्रों से मिली जानकारी अनुसार बगैर नंबर स्कॉर्पियो वाहन को आबकारी विभाग ने पुर्व में किसी मामले में जप्त किया गया था जिसपर सवाल यह उठ रहा है कि जब आबकारी विभाग ने वाहन जप्त किया तो विभाग के कर्मचारी कैसे उपयोग कर रहे हैं जबकि जप्ती हुई कार को बिना न्यायालय के आदेश के कैसे उपयोग कर रहें हैं जबकि कुछ प्रबुध्दजनों का कहना है कि ऐसा करना गैर कानूनी है यह नियम के विरुध्द है जप्त किए वाहन को ऐसे में कोई भी विभाग बगैर अनुमति के दुर्पयोग कर सकता है जिससे घटना घट जाने पर जानकारी मिल पाना संभव नहीं ऐसे में किसके अनुमति से जप्त वाहन आबकारी विभाग के व्दारा उपयोग किया जाना सवालिया निशान लगा रहा है। ऐसे में विभाग में जप्त किसी अन्य के वाहनों को अपने हिसाब से इस्तेमाल करना अपराध घट जाने पर पता चला । यही नहीं एक दिन में आबकारी विभाग व्दारा जप्त की गई दो वीआईपी वाहनों देखा गया जिसे विभाग अपने कार्य में इस्तेमाल कर रही है जिसमें से एक बगैर नंबर स्कार्पियो कार चिचोला पुलिस चौकी में घटना के चलते पुलिस कब्जे में है तो वहीं दुसरा बगैर नंबर डिजायर कार जो अचानक एक मामले में सामने आया जहां आबकारी विभाग के निरीक्षक निरुपमा मैडम के पसीने छुट जाने पर रंगीटोला के ग्रामीणों ने छोड़ा एक मामला शांत नहीं हुआ की दुसरा मामला रंगीटोला में देखने को मिला जहां आबकारी विभाग के निरीक्षक ने बताया यह वाहन विभाग व्दारा पुर्व में जप्त किया गया है जिसे अचानक किसी कार्य के चलते जिला राजनांदगांव से चिचोला आबकारी विभाग के दफ्तर लाया गया था। इससे यही अंदाजा लगाया जा सकता है किसी भी व्यक्ति व्दारा आबकारी विभाग में जप्त वाहनों को बेधड़क राजधानी के सड़कों पर चलाया जा रहा है वह भी बगैर नंबर ऐसे में न जाने और कितने जप्त वाहन है जिसे आबकारी विभाग के कर्मचारियों द्वारा उपयोग किया जा रहा है यह सोचनीय विषय है।
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