मलाजखंड हिदुस्तान कॉपर लिमिटेड में चट्टान गिरने से एक मजदूर की मौत,दो गंभीर रूप से घायल
शिवशंकर पाण्डेय जिला ब्यूरो
बालाघाट।हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड मलाजखंड के अंडरग्राउंड में काम कर रहे मजदूरों के ऊपर करीब 3 फीट ऊंचाई से चट्टान गिरने से एक मजदूर की मौके पर मौत हो गई। जबकि दो मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घायलों को 108 एंबुलेंस की मदद से ताम्र परियोजना के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां पर गंभीर हालत देखते हुए दोनों को छत्तीसगढ़ के भिलाई जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जहां दोनों की स्थिति नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने सूचना मिलते ही मर्ग कायम कर पंचनामा कार्रवाई पूरी कर शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। घटना की जानकारी मिलते ही बैहर एसडीएम तन्मय वशिष्ठ शर्मा व क्षेत्रीय विधायक संजय उइके मौके पर पहुंच कर घटना की जानकारी ली तथा मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने की बात कही।
प्राप्त जानकारी अनुसार अनिल कुशरे 32 वर्ष ग्राम डोंगरिया मंडई, सुदेश मेरावी 28 वर्ष छिंदीटोला और रमेश पिता सावनलाल पटले 40 वर्ष ग्राम सोनपुरी उकवा निवासी ताम्र परियोजना मलाजखंड में ठेका पद्धति पर काम कर रही डेल्टा कंपनी के पास तीनों छह से सात साल से काम कर रहे थे। गुरुवार की रात करीब एक बजे तीनों मजदूर अंडर ग्राउंड में काम कर रहे थे। इस बीच काम करते समय उनके ऊपर तीन फीट ऊंचाई से एक बडी चट्टान गिरी,जिसकी चपेट में आने से रमेश पटेल की मौके पर मौत हो गई और अनिल कुशरे और सुदेश मेरावी गंभीर रूप घायल हो गए जिन का इलाज छत्तीसगढ़ के भिलाई में किया जा रहा है।
परिजनों के हंगामा से कंपनी ने दिया एक लाख रुपये मुआवजा
मृतक के परिजनों ने शव को माइंस के सामने रखकर प्रदर्शन करने लगे।बैहर एसडीएम व स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ।इधर माहौल बिगड़ता देख डेल्टा कंपनी द्वारा एक लाख रुपये का मुआवजा तुरंत दिया गया है जो नाकाफी है। सीधे साधे परिजन व ग्रामीण क्षेत्र का फायदा उठाकर माइंस प्रशासन व ठेकेदार खूब मलाई खा रहे हैं।दैनिक मजदूरों के लिए सुरक्षा नाम की कोई व्यवस्था माइंस प्रशासन व ठेकेदार नही करते जिससे आये दिन ऐसे हादसे हो रहे है जिसका जबाबदेही माइंस प्रशासन की होनी चाहिए जिनके ऊपर एफआईआर दर्ज कर मामला पंजीबद्ध करना चाहिए और मृतक के परिजन में से एक व्यक्ति को नौकरी व एक करोड़ रुपये मुआवजा देने का प्रावधान होना चाहिए जिससे मृतक का परिवार भी सम्मान जनक जीवन यापन कर सके।इस मामले पर मलाजखंड पुलिस थाना प्रभारी ने बताया कि माइंस में कई मजदूर काम कर रहे थे जिसमें ये तीनो भी शामिल थे।अचानक एक बजे रात के करीब एक बड़ी चट्टान इनके ऊपर गिरी जिसकी चपेट में ये तीनो आ गए जिसमे से रमेश पटेल की मौत हो गयी और दो की हालत गंभीर है जिनका इलाज छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर में हो रहा है।
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