पिथौरा_श्री गुरु तेग बहादुर की संदेश यात्रा का पिथौरा में आगमन गर्मजोशी व आतिशबाजी से स्वागत किया सिक्ख समाज व अन्य समाज के लोगों ने
श्री गुरु तेग बहादुर के संदेशों को छत्तीसगढ़ सिक्ख समाज द्वारा संदेश यात्रा निकाला गया है जो 9 अप्रैल 2022 से प्रारंभ होकर पूरे छत्तीसगढ़ का भ्रमण कर 19 अप्रैल 2022 को रायपुर में समापन होगा श्री गुरु नानक जी ने मानव की जात सभी एक समान है और सभी धर्मों का सम्मान करने का स्पष्ट संदेश व उपदेश दिए हैं मुगलिया राज में जबरन धर्म परिवर्तन का एक ऐसा दौर आया जब जुल्म की सारी हदें पार हो गई
और मानवता त्राहि-त्राहि कर उठी ऐसे समय में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के पास पीड़ित जनता ने आकर फरियाद की उनका दुख देखकर श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी ने अपने शिष्यों भाई सती दास भाई मती दास भाई दयाला जी के साथ दिल्ली जाकर उस जबरिया धर्म परिवर्तन को रोकने अपने साथियों सहित खुद को कुर्बान कर दिया इतनी बड़ी कुर्बानी सारी सृष्टि में हड़कंप मच गई
समय ने करवट बदली और अत्याचारों लोगों का खात्मा हो गया धर्म परिवर्तन बंद हुआ और देश में अमन चैन कायम हुआ इसलिए गुरु तेग बहादुर साहिब जी को आज हिंद की चादर तेग बहादुर कहा जाता है सिख समाज छत्तीसगढ़ का श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 400 साल जयंती प्रकाश वर्ष ऐतिहासिक अवसर पर उनके जीवन के उपदेश वह सारे धर्म एक समान का संदेश पूरे छत्तीसगढ़ के सिख संगत व सभी धर्मों के लोगों तक संदेश यात्रा के माध्यम से पहुंचाने का प्रयास है श्री डोलामनी साहू जी के पुत्रियों द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर स्वयं बनाकर ज्ञानी जी को सौंपा गया इस अवसर पर सिख समाज के महिला पुरुष एवं अन्य समाज के लोग संदेश यात्रा को देखने के लिए उपस्थित थे
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