🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ll🌞
🌤️ दिनांक - 04 अगस्त 2022
🌤️ दिन - गुरुवार
🌤️ विक्रम संवत - 2079
🌤️ शक संवत -1944
🌤️ अयन - दक्षिणायन
🌤️ ऋतु - वर्षा ऋतु
🌤️ मास -श्रावण
🌤️ पक्ष - शुक्ल
🌤️ तिथि - सप्तमी 05 अगस्त प्रातः 05:06 तक तत्पश्चात अष्टमी
🌤️ नक्षत्र - चित्रा शाम 06:48 तक तत्पश्चात स्वाती
🌤️ योग - साध्य शाम 04:35 तक तत्पश्चात शुभ
🌤️ राहुकाल - दोपहर 02:23 से शाम 04:00 तक
🌞 सूर्योदय - 05:26
🌦️ सूर्यास्त - 06:19
👉 दिशाशूल - दक्षिण दिशा में
🚩 *व्रत पर्व विवरण -
🔥 विशेष - सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
🌷 कोई भी ग्रह विपरीत हो तो 🌷
👉🏻 नौ ग्रहों में से कोई भी ग्रह किसीको विपरीत हो या कष्टदायी हो रहा हो तो शिवजी की पूजा करने से सब शांत रहते है | सब ग्रहों के स्वामी है शिवजी |
🌷 दीर्घायु के लिए 🌷
👉🏻 २ ग्राम सौंठ में पानी मिलाकर रात को लोहे की कड़ाही के अंदर लेप करें l प्रातः काल वह सौंठ दूंध में मिलाकर पीने से दीर्घायुश की प्राप्ति होती है l
🌷 खोयी हुई आध्यात्मिक शक्ति पुनः प्राप्त करने के लिए 🌷
➡️ अगर आपने किसी कारण से आध्यात्मिक शक्ति खो दी है तो आसन पर बैठकर ह्रदय में अनाहत चक्र का ध्यान करें l ऋषि विश्वामित्र जी को भी इसी प्रयोग से खोई हुई शक्ति पुनः प्राप्त हुई थी l
🌞 ~ पंचांग ~ 🌞
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