आज नवरात्रि का पंचम दिवस स्कंदमाता को समर्पित
बिलासपुर से सुरेंद्र मिश्रा
बेलगहना -----आज शारदीय नवरात्रि का पांचवां दिन स्कंदमाता को समर्पित होता है। स्कंदमाता को मोक्ष का द्वार खोलने वाली माता के रूप में पूजा जाता है।
स्कंदमाता भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती है। और जीवन में खुशियां भर देती है।
मान्यताओं के अनुसार तारकासुर नाम का राक्षस था,जिसकी मृत्यु केवल शिव पुत्र से ही संभव थी।तब मां पार्वती ने अपने पुत्र भगवान स्कन्द,, कार्तिकेय का दूसरा नाम,,
को युद्ध के लिए प्रशिक्षित करने हेतु स्कंदमाता का रुप लिया उन्होंने भगवान स्कन्द को युद्ध के लिए प्रशिक्षित किया था, तथा स्कंदमाता से युद्ध प्रशिक्षण लेने के पश्चात भगवान स्कन्द ने तारकासुर का वध किया ।
मां के दर्शन करने से भक्तों का कल्याण होता है। और श्रृद्धा एवं सच्चे मन से मांगी हुई मनोकामना पूरी होती है, बेलगहना तहसील क्षेत्र में भी वर्षों से माँ दुर्गा की विशिष्ट पूजा पद्यति से पूजा अर्चना की जाती है यहाँ श्री कृष्ण नगर दुर्गोत्सव समिति, धर्म रक्षक दुर्गोत्सव समिति व दुर्गोत्सव समिति बेलगहना द्वारा भी दुर्गा पूजा पर विशेष आयोजन किये जाते हैं जिसमें इस शारदीय नवरात्र में धर्म रक्षक दुर्गोत्सव समिति द्वारा देवी भागवत तो वहीं
दुर्गोत्सव समिति बेलगहना द्वारा श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन हो रहा है। बेलगहना क्षेत्र के लोगों का दुर्गोत्सव में भरपूर सहयोग मिलता है चाक चौबंद व्यवस्था की कमान बेलगहना पुलिस के हाथों सुरक्षित है।
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