Breaking

अपनी भाषा चुने

POPUP ADD

सी एन आई न्यूज़

सी एन आई न्यूज़ रिपोर्टर/ जिला ब्यूरो/ संवाददाता नियुक्ति कर रहा है - छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेशओडिशा, झारखण्ड, बिहार, महाराष्ट्राबंगाल, पंजाब, गुजरात, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटका, हिमाचल प्रदेश, वेस्ट बंगाल, एन सी आर दिल्ली, कोलकत्ता, राजस्थान, केरला, तमिलनाडु - इन राज्यों में - क्या आप सी एन आई न्यूज़ के साथ जुड़के कार्य करना चाहते होसी एन आई न्यूज़ (सेंट्रल न्यूज़ इंडिया) से जुड़ने के लिए हमसे संपर्क करे : हितेश मानिकपुरी - मो. नं. : 9516754504 ◘ मोहम्मद अज़हर हनफ़ी - मो. नं. : 7869203309 ◘ सोना दीवान - मो. नं. : 9827138395 ◘ आशुतोष विश्वकर्मा - मो. नं. : 8839215630 ◘ सोना दीवान - मो. नं. : 9827138395 ◘ शिकायत के लिए क्लिक करें - Click here ◘ फेसबुक  : cninews ◘ रजिस्ट्रेशन नं. : • Reg. No.: EN-ANMA/CG391732EC • Reg. No.: CG14D0018162 

Thursday, December 1, 2022

मदन मोहन जी मंदिर, करौली। भगवान श्री कृष्ण के इस भव्य मंदिर में सभी हिन्दू त्यौहार और कृष्ण भगवान से जुड़े त्यौहार उत्साह पूर्वक मनाया जाता है।

 मदन मोहन जी मंदिर, करौली।

भगवान श्री कृष्ण के इस भव्य मंदिर में सभी हिन्दू त्यौहार और कृष्ण भगवान से जुड़े त्यौहार उत्साह पूर्वक मनाया जाता है।


सी एन आई न्यूज़ के लिए पुरुषोत्तम जोशी

करौली में स्थित मदनमोहन जी मंदिर


हिन्दू लोगों की आस्था का प्रमुख केन्द्र है। यहां जन्माष्टमी, राधा अष्टमी, गोपाष्टमी और कृष्ण भगवान से जुड़े सभी पर्व धूमधाम से मनाया जाता है।


इन सभी पर्वों में यहां श्रृद्धालुओं की भारी भीड़ रहती है।

      महीने की हर अमावस्या पर यहां मेला लगता है। जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।


 मंदिर प्रातः 5 बजे से रात्रि 10 बजे तक खुला रहता है।

मंदिर में भगवान को 5 बार भोग लगाया जाता है। और विशेष अवसरों पर छप्पन भोग लगाया जाता है।


प्रातः 5 बजे मंगला आरती,9 बजे धूप 

आरती,11 बजे राजभोग 12 बजे पटमंगल , संध्या आरती शाम 6.30 बजे एवं शयन आरती 8 बजे होती है।

     मदन मोहन जी महाराज,, आराध्य देव,, का भी मंदिर है।


    राधा मदनमोहन जी का यह प्रसिद्ध मंदिर राजस्थान की राजधानी से लगभग 200 किलोमीटर दूर करौली जिले में स्थित है।

   यह मंदिर वैष्णव पद्धति के अनुसार हवेली में ही बनाया गया है।

पूरा करौली संकरी गलियों में बसा हुआ है।

मंदिर के निर्माण में करौली के पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है।

मंदिर की वास्तुकला श्रृद्धालुओं का मन मोह लेती है।

No comments:

Post a Comment

Please do not enter any spam link in the comment box.

Hz Add

Post Top Ad