डॉ.आम्बेडकर की परिनिर्वाणभूमि को राजघाट जैसा दर्जा दे-अनिल खोबरागड़े
नये संसद भवन का नामकरण संविधान पिता भारतरत्न डॉ.भीमराव अम्बेडकर के नाम पर करें।
राष्ट्रीय सम्मान सभा एवं रैली में छत्तीसगढ़ से सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल
CNI News बालोद जिला ब्यूरो प्रमुख:-प्रदीप सहारे
दल्लीराजहरा :- भारतीय संविधान के शिल्पकार भारतरत्न बोधिसत्व डॉ.बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के 66 वें परिनिर्वाणदिवस पर परिनिर्वाण भूमि सम्मान समिति दिल्ली द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सम्मान सभा एवं रैली में छत्तीसगढ़ प्रदेश के सैकड़ों कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष अनिल खोबरागड़े एवं राष्ट्रीय महासचिव सुनील रामटेके के नेतृत्व में शामिल हुए। जिनमें प्रमुख रूप से धर्मेंद्र मेश्राम कोंडागांव , कमलेश रामटेके जगदलपुर, वीरेंद्र बोरकर डोंगरगांव, श्रीमती प्रतिमा वासनिक राजनांदगांव , अनिल रामटेके कोर्रामटोला (मोहला), श्रीमती सुजाता रामटेके भिलाई, दिलीप सुखदेवे एवं रवि बारसागड़े दल्लीराजहरा , श्रीमती नलिनी मेश्राम डोंगरगढ़, श्री राजेश हुमने , मनोज बौद्ध, प्रफुल्ल गेड़ाम बिलासपुर, तामेश्वर तुरकाने दुर्ग की उपस्थिति प्रभावशाली रही ।इस अवसर पर डॉ. आंबेडकर परिनिर्वाण भूमि सम्मान समिति छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल खोबरागड़े ने राष्ट्रीय सम्मान सभा एवं रैली को संबोधित करते हुए समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री इन्र्देश गजभिए के कुशल एवं सक्षम नेतृत्व में पिछले 22 वर्षों में किए गए
आंदोलनों के बारे में विस्तार से बताया साथ ही दिल्ली विधानसभा के सामने 26अलीपुर रोड दिल्ली में स्थित भारतीय संविधान के निर्माता भारत रत्न बोधिसत्व डॉ भीमराव अंबेडकर जी की परिनिर्वाण भूमि को राजघाट जैसा दर्जा एवं बड़ा भूमि परिसर देने की मांग की। समिति के राष्ट्रीय महासचिव सुनील रामटेके ने परिनिर्वाण भूमि को विश्व धरोहर की सूची में शामिल करने, अनुसूचित क्षेत्रों में पृथक निर्वाचन प्रणाली लागू करने एवं नई दिल्ली में बनने वाले नए संसद भवन का नाम संविधान पिता डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के नाम पर करने की मांग की।
दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय सम्मान सभा एवं रैली की सफलता में छत्तीसगढ़ प्रदेश के श्री महादेव कावरे, श्री दिलीप वासनीकर,श्री के.एन.कांडे , श्री के.आर.उके, श्री संजय गजघाटे, श्री विमलेश उके , श्री संतोष वाहने ,श्री मनोज बागड़े, श्री उमेश रावत, श्रीमती चेतना तम्हाने, श्रीमती उषा उके, श्रीमती सपना गजघाटे, श्रीमती सुशीला भीमटे, श्रीमती रीता मेश्राम की प्रमुख भूमिका रही। कार्यक्रम के पश्चात डॉ. अंबेडकर परिनिर्वाण भूमि सम्मान समिति नई दिल्ली की पांच प्रमुख मांगों को लेकर राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया ।
1.परिनिर्वाणभूमि स्मारक के निकट स्थित 8 बंगलों का अधिग्रहण कर स्मारक के लिए आबंटित किया जाए।2.परिनिर्वाणभूमि को गांधी जी की समाधी राजघाट जैसा कानूनी दर्जा दिया जाए।3.परिनिर्वाणभूमि स्मारक को विश्व धरोहर घोषित कर विश्व पर्यटन सूची में शामिल किया जाए।4.नये संसद भवन का नामकरण भारतीय संविधान के शिल्पकार भारतरत्न डॉ.भीमराव अम्बेडकर के नाम पर किया जाए।5.अनुसूचित क्षेत्रों में पृथक निर्वाचन प्रणाली लागू किया जाए।
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