आपराधिक गतिविधि को रोकना थाना प्रभारी को पड़ा महंगा,थाना प्रभारी पर लगा मारपीट का आरोप, कैसे लगेगा अपराध पर अंकुश...
अपराधिक गतिविधियों को रोकना पुलिस का मूल कर्तव्य है, जिससे जनधन की हानि को रोका जा सके, अक्सर पुलिसिंग व्यवस्था के चुपी लेकर सिस्टम में कई सवाल पैदा हो जाते हैं,वहीं इन दिनों जिला जीपीएम के मरवाही थाना प्रभारी लता चौरे को अपराधिक गतिविधियों को रोकना बड़ा महंगा पड़ गया है,दरअसल बीते दिनों धान खरीदी केंद्र तेदूमूडा में चोरी हुए फिनिसिग वायर की रिपोर्ट मरवाही थाना में रिपोर्ट की गई थी जिसको संज्ञान लेते हुए मरवाही पुलिस थाना प्रभारी लता चौरे एवं स्टॉप द्वारा शंका के आधार पर पुराने चोरी के ही आरोपी के घर में पूछताछ करने पर देशी शराब मिलने पर महिलाओं के द्वारा महुआ शराब की कार्यवाही की डर से थाना प्रभारी मरवाही पुलिस पर ही मारपीट के आरोप लगाया है, वही लोगों की माने तो आपराधिक गतिविधि रोकने के लिए पूछताछ भी पुलिस नहीं करेगी तो अपराध पर अंकुश कैसे लगेगा।वही मीडिया से बात करते हुए मरवाही थाना प्रभारी लता चौरे ने कहा कि धान खरीदी केंद्र तेदूमूडा में चोरी की रिपोर्ट की गई थी इस मामले में संज्ञान लेते हुए मरवाही पुलिस एवं स्टाफ सहित शंका के आधार पर चोरी के ही पूर्व आरोपी के घर पतासाजी करने पर महुआ शराब का पास मिलने पर पूछताछ करने पर डर से महुआ शराब से बचने के लिए यह मनगढ़ंत कहानी बनाया गया है, मुझे कानून व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।
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