जिला सिवनी मध्यप्रदेश
मड़ई टोल प्लाज़ा पर सेवा और सुरक्षा का संगम: NHAI और स्वास्थ्य विभाग ने निभाया नैतिक कर्तव्य, 57 राहगीरों को मिला 'स्वास्थ्य कवच
सी एन आई न्यूज सिवनी
लखनादौन//
राष्ट्रीय राजमार्ग केवल आवागमन का पथ नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं और जनसेवा का माध्यम भी हो सकते हैं, इस बात को शुक्रवार, 28 नवंबर 2025 को चरितार्थ किया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग-44 स्थित मड़ई टोल प्लाज़ा पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) की NHIT ईस्टर्न प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड (लखनादौन–खावासा टीम) और स्वास्थ्य विभाग लखनादौन-सिवनी के संयुक्त तत्वावधान में एक विशाल निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। यह आयोजन केवल एक चिकित्सा शिविर नहीं, बल्कि जन-भागीदारी और नैतिक कर्तव्यों के निर्वहन की एक उत्कृष्ट मिसाल बना।
57 लोगों का हुआ स्वास्थ्य परीक्षण, निःशुल्क दवाएं वितरित
सड़क सुरक्षा के साथ-साथ जन-स्वास्थ्य की चिंता करते हुए आयोजित इस शिविर में कुल 57 वाहन चालकों, राहगीरों और स्थानीय नागरिकों ने अपनी स्वास्थ्य जाँच कराई। शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा मधुमेह (Diabetes), रक्ताल्पता (Anemia), नेत्र रोग और अन्य मौसमी बीमारियों का गहन परीक्षण किया गया। सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह रहा कि मरीजों को स्थल पर ही त्वरित परामर्श देकर निःशुल्क औषधियाँ और प्राथमिक उपचार किट (First Aid Kits) उपलब्ध कराई गईं, जो यात्रा के दौरान किसी संजीवनी से कम नहीं हैं।
अधिकारियों और चिकित्सकों की सक्रिय भूमिका
इस पुनीत कार्य में टोल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग का अद्भुत समन्वय देखने को मिला। स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉ. प्रीति शर्मा के कुशल नेतृत्व में मेडिकल टीम ने अपनी सेवाएँ दीं। वहीं, NHIT की ओर से टोल मैनेजर हेमंत राजपूत, EHS मैनेजर शुभम दत्ता, एच.आर. मैनेजर आशीष भदौरिया, एस.के.एम. मैनेजर अमित गुप्ता, सुरक्षा अधिकारी रवि यादव, इंजीनियर अभिषेक सिंह और समस्त टोल कर्मियों ने उपस्थित रहकर व्यवस्था को सुचारू बनाया।
जन-सरोकार और भविष्य की प्रतिबद्धता
राहगीरों और वाहन चालकों ने इस पहल की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उनका कहना था कि लंबी यात्रा के दौरान ऐसे स्वास्थ्य पड़ाव न केवल शारीरिक राहत देते हैं, बल्कि मानसिक संबल भी प्रदान करते हैं। NHIT–ईस्टर्न प्रोजेक्ट टीम ने अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा और जन-स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए भविष्य में भी ऐसे जागरूकता कार्यक्रमों और शिविरों का आयोजन निरंतर किया जाएगा।
यह शिविर सिद्ध करता है कि जब प्रशासनिक दक्षता और सेवा भाव का मिलन होता है, तो समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य लाभ पहुँचाना संभव हो जाता है।
टोल प्रबंधन का वक्तव्य
"सड़क सुरक्षा के साथ यात्रियों का स्वास्थ्य हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह शिविर हमारे सामाजिक सरोकार और नैतिक कर्तव्य का हिस्सा है, जिसे हम भविष्य में भी निरंतर जारी रखेंगे।"
जिला ब्यूरो छब्बी लाल कमलेशिया की रिपोर्ट


















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