ग्रामीणों का फुटा गुस्सा रोजगार सचिव पर भ्रष्ट्राचार के लगायें गंभीर आरोप
कुंजराम यादव बसना रिपोर्टर
बसना (महासमुंद)।
महासमुंद जिले के बसना विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत अंकोरी में पदस्थ रोजगार सहायक नवीन साव पर हितग्राहियों से ₹2,000 से लेकर ₹10,000 तक की अवैध उगाही, भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। पीड़ित हितग्राहियों ने मामले की निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच कर दोषी पाए जाने पर तत्काल सेवा से बर्खास्त करने की मांग की है।
पीड़ितों ने जिला कलेक्टर महासमुंद, जिला पंचायत सीईओ महासमुंद तथा जनपद पंचायत सीईओ बसना को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि रोजगार सहायक द्वारा लंबे समय से मनमानी की जा रही है। शिकायत दर्ज कराए जाने के एक माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से शासन-प्रशासन की निष्क्रियता उजागर होती है। इस संबंध में महासमुंद लोकसभा सांसद रूप कुमारी चौधरी एवं बसना विधायक डॉ. संपत अग्रवाल को भी अवगत कराया गया है, परंतु अब तक किसी स्तर पर संज्ञान नहीं लिया गया।
ग्रामीणों के अनुसार ग्राम पंचायत अंकोरी के लगभग 38 से 40 हितग्राहियों ने रोजगार सहायक पर कई आरोप लगाए हैं। प्रमुख आरोपों में प्रधानमंत्री आवास योजना में धोखाधड़ी शामिल है। आरोप है कि श्रीमती भगवती सुरजाल के नाम पर स्वीकृत आवास की राशि ग्राम की ही एक अन्य महिला भाग्यवती बाघ को दे दी गई, जबकि वह पूर्व में योजना का लाभ ले चुकी हैं। इसे गंभीर जांच का विषय बताया गया है।
इसके अलावा सरकारी राशि के गबन का आरोप लगाते हुए कहा गया कि ढाबाबाई डड़सेना के नाम पर स्वीकृत आवास की राशि उनके परिवार के तीन सदस्यों—जिसमें उनके पिता अरुण साहू भी शामिल हैं—के खातों के माध्यम से निकाली गई, जिसकी जानकारी हितग्राहियों को नहीं दी गई। इसी तरह कई अन्य हितग्राहियों के खातों से राशि निकालकर गबन करने के आरोप भी लगाए गए हैं।
भूमि सुधार कार्यक्रम के तहत मेड़बंदी कार्य में भी व्यापक अनियमितता का आरोप है। ग्रामीणों का कहना है कि सार्वजनिक बैठक में प्रत्येक हितग्राही से ₹2,000 से ₹10,000 तक लेने की बात रोजगार सहायक ने स्वीकार की, जिसे निर्वाचित जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने सुना। आरोप है कि राशि न देने पर स्वीकृत हितग्राहियों की रकम फ्रीज या कैंसिल कर दी गई।
मजदूरी भुगतान में भी अनियमितता का आरोप लगाते हुए कहा गया कि कई मजदूरों की मजदूरी खाते में होने के बावजूद भुगतान नहीं किया जा रहा, जबकि कुछ हितग्राहियों की राशि स्वयं खर्च कर गबन की गई है। वहीं, नगद राशि लेकर खाते में जमा न करने के कारण श्रीमती मालती नेताम का खाता ब्लॉक हो जाने का मामला भी सामने आया है।
पीड़ित हितग्राहियों ने मांग की है कि रोजगार सहायक नवीन साव की संपूर्ण गतिविधियों की उच्च स्तरीय जांच समिति गठित कर पीड़ितों, गणमान्य नागरिकों, निर्वाचित जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामवासियों की उपस्थिति में निष्पक्ष जांच की जाए और दोष सिद्ध होने पर तत्काल सेवा से बर्खास्त किया जाए।


















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