*शीतला अष्टमी*
शीतला अष्टमी का व्रत माता को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है।
सी एन आइ न्यूज़-पुरुषोतम जोशी ।
शीतला अष्टमी का पर्व भारत के हर क्षेत्र में मनाया जाता है।
भारतीय सनातन संस्कृति के अनुसार महिलाएं अपने बच्चों की सलामती, आरोग्यता व परिवार की सुखसमृद्धि की कामना के लिए रंगपंचमी से अष्टमी तक मां शीतला की बसौडा़ बनाकर पूजा करती हैं ।
कहीं पर माघ शुक्ल की षष्ठी को,तो कहीं कहीं वैशाख कृष्ण पक्ष की अष्टमी को और चैत्र के कृष्ण पक्ष की सप्तमी या अष्टमी को इस पर्व को श्रृद्धालु श्रृद्धा के साथ मनाते हैं ।
शीतला माता हर तरह के तापों से रक्षा करती है। और अपने भक्तों के तन -मन को शीतल करती है।
इस पर्व को ,,बूढ़ा बासोडा़,,या बासोडा़ भी कहा जाता है ।
इस पर्व में ताजा भोजन नहीं बनाया जाता, मात्र बासी भोजन ही ग्रहण किया जाता है।
आज २ अप्रैल को शीतला मंदिर में श्रृद्धालुओं ने माता जी की पूजा कर आशीर्वाद लिया ।
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